अयोध्या में बीजेपी की हार को करन माहरा ने बताया शंकराचार्यों का श्राप, बोले- भाजपा ने राजनीति में किया धर्म का इस्तेमाल

खबर उत्तराखंड

देहरादून: लोकसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं. नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने जा रही है. लेकिन इस बार यूपी में बीजेपी की को बहुत भारी नुकसान उठाना पड़ा. 2019 के लोकसभा चुनाव में देश के सबसे ज्यादा लोकसभा सीट वाले राज्य में बीजेपी को 62 सीटें मिली थीं. 2024 में यूपी में उनकी 29 सीटें घट गईं. इसके बाद विपक्षी दल बीजेपी पर तंज कस रहे हैं.

करन माहरा ने कहा बीजेपी को लगा शंकराचार्यों का श्राप

बीजेपी फैजाबाद समेत अयोध्या के आसपास की 6 लोकसभा सीटें हार गई. इस पर कांग्रेस ने बीजेपी को लेकर निशाना साधा है. उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि देश के शंकराचार्यों के श्राप की वजह से भाजपा का अयोध्या में सफाया हो गया है. कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि भाजपा अयोध्या ही नहीं, बल्कि फैजाबाद के आसपास की 6 सीटों में भी बीजेपी हार गई. यह इस बात को साबित करता है कि जो शंकराचार्यों ने कहा था, वह बिल्कुल सच साबित हुआ है. उन्होंने कहा कि भाजपा और पार्टी के बुद्धिजीवी लोगों ने शंकराचार्यों की तुलना रावण से करके उनका अपमान किया था. इसलिए यह उनके श्राप का ही नतीजा है कि भाजपा को अयोध्या में हार मिली.

बीजेपी को नहीं देश की फिक्र- माहरा

माहरा का कहना है कि जिन्हें अगर देश की फिक्र होती, तो मणिपुर में महिलाओं का शोषण करने वालों का समर्थन कभी नहीं करते. उन्होंने कहा कि यह कोई सामान्य घटना नहीं है कि किसान आंदोलन में साढ़े सात सौ किसानों की जान चली गई. इसी तरह महिला पहलवानों ने कुश्ती में देश का मान सम्मान बढ़ाया, उसके बाद भाजपा के नेता की करतूतों की वजह से पहलवानों का कुश्ती छोड़ देना कोई सामान्य घटना नहीं है. इसी तरह अग्निवीर योजना लाकर सेना को कमजोर करना, पूर्व प्रधानमंत्रियों द्वारा जोड़े गए संस्थानों की परिसंपत्तियों को बेचना कोई सामान्य बात नहीं थी.

बीजेपी पर धर्म का इस्तेमाल राजनीति में करने का आरोप

करन माहरा ने कहा कि इन सबके बावजूद देश का एक बहुत बड़ा धड़ा आज भी हिंदू मुसलमान के नैरेटिव में फंसा हुआ है. माहरा का कहना है कि जाति धर्म व्यवस्थित रहने और लोगों का जीवन सुधारने के तरीके हैं. भाजपा ने धर्म का इस्तेमाल अपने राजनीतिक फायदे के लिए किया है. इसलिए भाजपा को अयोध्या ने भी नकार दिया है.

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *