नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में शामिल होते हुए कहा कि ऐसा लग रहा है कि हारी हुई सरकार सत्ता में है. जनता कह रही है कि ये चलने वाली नहीं, गिरने वाली सरकार है.
अखिलेश यादव ने कहा कि 15 अगस्त 1947 का दिन देश की आजादी का दिन था तो चार जून सांप्रदायिक राजनीति से आजादी का दिन है. इस चुनाव ने तोड़ने वाली राजनीति को और तोड़ दिया है जबकि जोड़ने वाली राजनीति को और जोड़ा है.
उन्होंने कहा कि अब ये देश किसी की व्यक्तिगत आकांक्षा से नहीं बल्कि जन आकांक्षा से चलेगा. सरकार एक बिलियन इकोनॉमी की बात करती है लेकिन 35 फीसदी की ग्रोथ मुमकिन नहीं है. हम हंगर इंडेक्स में किस पायदान पर खड़े हैं? हम इस इंडेक्स में बहुत नीचे हैं. हम कहने को विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है लेकिन हम हैप्पी इंडेक्स में कहां हैं?
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्रीजी कहते हैं कि पांचवी बड़ी इकोनॉमी बनाएंगे लेकिन प्रति व्यक्ति आय है? उन्होंने यूपी की चर्चा करते हुए कहा कि जहां से प्रधानमंत्री जी आते हैं, वहां की सरकार कह रही है कि 3 ट्रिलियन इकोनॉमी बनाएंगे. इसके लिए 35 परसेंट ग्रोथ रेट चाहिए जो मुझे नहीं लगता कि यूपी हासिल कर पाएगा.
‘लोग बनारस में क्योटो तलाश रहे हैं‘
अखिलेश ने कहा कि अब ऊपर से नीचे की राजनीति का अंत हो गया है. अब नीचे से लोगों की आवाज उठेगी, उसी से देश चलेगा. इस चुनाव से ये पैगाम दिया गया है कि अब मनमर्जी नहीं बल्कि जनमर्जी चलेगी. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस को लेकर कहा कि हम चाहते हैं कि गंगा के तल में उतरकर उसका दर्द जाना जाए.
अखिलेश यादव ने कहा कि बनारस के लोग क्योटो की फोटो लेकर उसे गंगाजी तक खोज रहे हैं. शायद गंगाजी जिस दिन साफ हो जाएंगी, उस दिन गंगाजी की गोद से क्योटो निकल आए. उन्होंने स्मार्ट सिटी को लेकर सरकार पर तंज करते हुए कहा कि बारिश की शुरुआत में ही नाव सड़कों पर आई है. उत्तर प्रदेश की जनता का बस यही आग्रह है कि जहां विकास के नाम पर अरबों रुपयों की लूट हुई, वहां पहली बारिश में टपकती हुई छत और स्टेशन की गिर चुकी दीवार बेमानी की निशानी है. विकास का ढींढोरा पीटने वाले इस विनाश की जिम्मेदारी कब लेंगे? लोग बनारस में क्योटो खोज रहे हैं.
शिक्षा माफिया का जन्म 10 साल की उपलब्धि है
अखिलेश यादव ने कहा कि केंद्र सरकार की बीते दस सालों की उपलब्धि यही है कि देश में शिक्षा माफिया का जन्म हुआ है. जिस समय देश में चुनाव हो रहे थे और उत्तर प्रदेश में जिस तरह के हालात थे. नौजवान परीक्षाओं की तैयारी करते थे. वे परीक्षा देकर लौटते थे और पता चलता था कि पेपर लीक हुआ है.
उन्होंने कहा कि यूपी में जितनी भी परीक्षाएं हुई हैं, सभी के पेपर लीक हुए हैं. सिर्फ यूपी ही नहीं बल्कि कई अन्य प्रदेशों में भी यही हालात हैं. लेकिन चार जून को जो परीक्षा के रिजल्ट आए, उसके बाद इसके खिलाफ आवाज उठी. देश का सबसे प्रतिष्ठित पेपर भी लीक हुआ है. लेकिन पेपर लीक क्यों हो रहा है? सच्चाई ये है कि सरकार नौजवानों को नौकरी नहीं देना चाहती, इस वजह से पेपर लीक करा रही है. सरकार की दस सालों की उपलब्धि यही है कि शिक्षा माफिया का जन्म हुआ है. अमृतकाल में नौजवानों की आशाओं को जहर दिया गया है.
अयोध्या की जीत देश के मतदाता की जीत है
अखिलेश यादव ने कहा कि अब जनता किसी के बहकावे में नहीं आएगी. लेकिन एक जीत और हुई है, जो बहुत अहम है. मैं जानता हूं कि सत्ता पक्ष के लोग समझ गए होगे, वो है अयोध्या की जीत. अयोध्या की जीत देश के परिपक्व मतदाताओं की लोकतांत्रिक समझ की जीत है. इसके बाद अखिलेश ने कहा-
होई वही जो राम रचि राखा
यह है उसका फैसला
जिसकी लाठी में नहीं होती आवाज
जो करते थे किसी को लाने का दावा
वो हैं खुद किसी के सहारे के लाचार
अखिलेश यादव ने लोकसभा में सरकार पर शायराना हमला करते हुए कहा- हजूर-ए-आला आज तक खामोश बैठे हैं इसी गम में, महफिल लूट ले गया कोई जबकि सजाई हमने.
हम ईवीएम को हर हाल में हटाएंगे
अखिलेश यादव ने अपने संबोधन में कहा कि देश में जब चुनाव हुआ और आचार संहिता लागू की गई तो हमने देखा कि चुनाव आयोग कुछ लोगों पर मेहरबान रहा. वह संस्था निष्पक्ष होगी तो भारत का लोकतंत्र मजबूत होगा. उन्होंने कहा कि ईवीएम पर मुझे आज भी भरोसा नहीं है. 80 की 80 सीटें जीत जाऊं तब भी नहीं होगा. हमने चुनाव में भी कहा था कि ईवीएम से जीतकर ईवीएम हटाएंगे.
उन्होंने कहा की सरकारी संस्ताओं के निष्पक्ष तरीके से काम करने से न केवल लोकतंत्र चमकेगा बल्कि लोकतंत्र और मजबूत होगा. अद्यक्ष महोदय ईवीएम पर कल भी भरोसा नही था. अगर मैं 80 की 80 सीट भी जीत जाऊं तब भी ईवीएम पर भरोसा नहीं होगा. हमने चुनाव के दौरान भी कहा था कि हम ईवीएम हटाने का काम करेंगे. जब तक ईवीएम नहीं हटेगी, तब तक हम समाजवादी अपनी इस बात पर अड़े रहेंगे.
जिसे गोद लिया, उसे अनाथ छोड़ दिया
अखिलेश यादव ने कहा कि जिस यूपी ने कभी बीजेपी की सरकार बनवाई, उस यूपी से भेदभाव किया गया. उन्होंने एक्सप्रेसवे को लेकर सरकार को घेरकर कहा कि जो भी एक्सप्रेसवे बने हैं, यूपी के बजट से बने हैं. केंद्र ने एक भी एक्सप्रेसवे नहीं दिया है. अखिलेश ने कहा कि पीएम ने जिस गांव को गोद लिया था, उसकी तस्वीर भी नहीं बदली. 10 साल में वही कच्ची पगडंडिया हैं, वही टूटी सड़कें हैं. इन्हें तो पता नहीं नाम भी याद होगा या नहीं. नाम पूछकर शर्मिंदा नहीं करूंगा. जिसे गोद लिया जाता है, उसे अनाथ छोड़ देना अच्छी बात नहीं.
उन्होंने कहा कि जिसे गोद लिया जाता है, उसे अनाथ नहीं छोड़ा जाता. हम चाहते हैं कि दस साल में उन तमाम गोद लिए गावों की तस्वीर सदन में रखी जाए, जिन्हें गोद लिया गया था.
जब भी इंडिया ब्लॉक की सरकार बनेगी, हम अग्निवीर हटाकर रहेंगे
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि अग्निवीर को लेक जो चिंता थी, वो अभी भी बनी हुई है. मैं भी मिलिट्री स्कूल में पढ़ा हुआ है. मैंने अपने समकक्ष पढ़ने वाले और अपने सीनियर लोगों से बात की है और उसे जानकारी ली है. अग्निवीर जैसी योजनाओं से देश की सुरक्षा के साथ समझौता हो रहा है. हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे. आज या कल या कभी भी इंडिया गठबंधन सत्ता में आएगा, अग्निवीर खत्म हो जाएगा.
अखिलेश ने कहा कि अग्निवीर योजना के सहारे सीमा सुरक्षा नहीं की जा सकती. इंडिया ब्लॉक जब भी सत्ता में आएगा, अग्निवीर योजना को समाप्त करने का काम करेगा. उन्होंने एमएसपी को लेकर कहा कि जो मंडी नहीं बना पाए, वो एमएसपी की लीगल गारंटी क्या देंगे. अखिलेश यादव ने ओल्ड पेंशन स्कीम का जिक्र राष्ट्रपति के अभिभाषण में नहीं होने का जिक्र किया और कहा कि बुनकरों के लिए पुरानी सरकारों की योजनाएं बंद कर दी गई है.
किसानों की आय कहां दोगुनी हुई?
उन्होंने कहा कि इस सरकार ने नौजवानों को नौकरी नहीं दी है, बहुत सी नौकरियां उनसे छीनी है इसलिए मैं कहूंगा कि आपके राज में न नौकरी की उम्मीद है न रोजगार. क्योंकि आपने छोटे कारोबारी को इतना छोटा बना दिया है कि वह न तो रोजगार दे सकते हैं न अपना रोजगार चला सकते हैं. कुछ नौकरियां आती भी हैं तो इंटीग्रिटी के नाम पर संगी-साथियों को रख लिया जाता है. आरक्षण के साथ जितना खिलवाड़ इस सरकार ने किया है, उतना किसी सरकार ने नहीं किया होगा. नौकरी जानबूझकर नहीं दी जा रही है कि आरक्षण देना पड़ेगा. आशा है ये सरकार तब तक चलेगी, तब तक उसके केंद्र में गरीब, महिला, किसान नौजवान के लिए कागजी नहीं, सच में इंतजाम होगा. हमें उम्मीद है कि अगली बार राष्ट्रपति का अभिभाषण हो, सरकारी भाषण न हो. सच्चाई के साथ सरकार अपनी बातें रखें.
अखिलेश ने कहा कि सरकार कहती रही कि हम किसानों की आय दोगुनी कर देंगे. आज पूरे देश का किसान देख रहा है, कहां आय दोगुनी हुई? हर तरफ महंगाई बढ़ी है. यूपी में एक भी नई मंडी नहीं बनी है. जो सरकार एक मंडी बना सकती, उस पर कैसे भरोसा करें कि वह एमएसपी पर आगे बढ़ेगी.