रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने आज राजभवन में झारखंड के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने हेमंत सोरेन को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में यह उनका तीसरा कार्यकाल है.
JMM ने पहले कहा था कि राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन द्वारा सूबे में सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद हेमंत सोरेन 7 जुलाई को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, लेकिन बाद में जेएमएम के नेतृत्व वाले गठबंधन ने फैसला किया कि हेमंत सोरेन गुरुवार (आज) शपथ लेंगे.
हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने शपथ ग्रहण से पहले X पर पोस्ट कर कहा कि वक्त बदलेगा और हम आपके सामने फिर उपस्थित होंगे. लोकतंत्र की अंततः जीत हुई. 31 जनवरी 2024 से शुरू हुए अन्याय को अब सही मायनों में न्याय मिलने की शुरुआत हुई है.
हेमंत सोरेन ने पहली बार 13 जुलाई 2013 को सीएम पद की शपथ ली थी. अपने पहले कार्यकाल में वह 1 साल 168 दिन तक इस पद पर रहे थे. हेमंत सोरेन ने दूसरी बार 29 दिसंबर 2019 को सीएम पद की शपथ ली थी. वह 4 साल 188 दिन तक इस पद पर रहे, लेकिन मनी लॉन्ड्रिंग केस में उन्हें इसी साल की शुरुआत में गिरफ्तार कर लिया गया था. गिरफ्तारी से पहले हेमंत ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था. हाल ही में वह जमानत पर रिहा हो गए थे. अब उन्होंने तीसरी बार सीएम पद की शपथ ली है.
PTI के मुताबिक झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने बताया कि हेमंत सोरेन के आवास पर गठबंधन सहयोगियों की बैठक की एक मीटिंग हुई थी, इस बैठक में यह फैसला लिया गया था. चंपई सोरेन ने बुधवार (3 जुलाई) को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और हेमंत सोरेन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया. जेएमएम के नेतृत्व वाले गठबंधन के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को राजभवन में राज्यपाल राधाकृष्णन से मुलाकात की. हेमंत सोरेन के नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, आरजेडी के मंत्री सत्यानंद भोक्ता और भाकपा (माले)-एल के विधायक विनोद सिंह शामिल थे. गांडेय से विधायक और हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल थीं.