अहमदाबाद: कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक दिन के गुजरात दौरे पर हैं. अहमदाबाद पहुंचने पर राहुल गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इसके बाद वे राजकोट अग्निकांड पीड़ितों के परिजनों से भी मुलाकात करेंगे.
अहमदाबाद में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि …हम सब मिलकर गुजरात में उन्हें हराने जा रहे हैं. हम गुजरात में नरेंद्र मोदी और भाजपा को वैसे ही हराएंगे जैसे हमने उन्हें अयोध्या में हराया था…’
उन्होंने आगे कहा कि अयोध्या के किसानों ने एयरपोर्ट बनने के दौरान अपनी जमीन खो दी. अयोध्या के लोग इस बात से नाराज थे कि राम मंदिर के उद्घाटन में अयोध्या से किसी को भी नहीं बुलाया गया… जो आंदोलन आडवाणी जी ने शुरू किया था, जिसका केंद्र अयोध्या था, इंडिया अलायंस ने उस आंदोलन को अयोध्या में हरा दिया है… राम मंदिर उद्घाटन को लेकर उन्होंने पीएम मोदी को निशाने पर लेते हुए राहुल ने कहा कि मैं संसद में सोच रहा था कि उन्होंने राम मंदिर का उद्घाटन किया. उद्घाटन के समय अडाणी और अंबानी दिखाई दिए, लेकिन कोई गरीब व्यक्ति वहां नहीं दिखा…
उन्होंने आगे कहा कि अयोध्या के किसानों ने एयरपोर्ट बनने के दौरान अपनी जमीन खो दी. अयोध्या के लोग इस बात से नाराज थे कि राम मंदिर के उद्घाटन में अयोध्या से किसी को भी नहीं बुलाया गया… जो आंदोलन आडवाणी जी ने शुरू किया था, जिसका केंद्र अयोध्या था, इंडिया अलायंस ने उस आंदोलन को अयोध्या में हरा दिया है… राम मंदिर उद्घाटन को लेकर उन्होंने पीएम मोदी को निशाने पर लेते हुए राहुल ने कहा कि मैं संसद में सोच रहा था कि उन्होंने राम मंदिर का उद्घाटन किया. उद्घाटन के समय अडाणी और अंबानी दिखाई दिए, लेकिन कोई गरीब व्यक्ति वहां नहीं दिखा…
जानकारी के मुताबिक राहुल गुजरात में हुई विभिन्न हादसों में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार के सदस्यों से भी मिलने जाएंगे, जिनमें राजकोट में आग, वडोदरा में नाव पलटने की घटना और मोरबी पुल ढहने की घटनाएं शामिल हैं.
इस मामले पर गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल ने कहा कि राहुल गांधी उन पांच कांग्रेस कार्यकर्ताओं के परिवार के सदस्यों से भी मिलेंगे जो फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष दोपहर करीब 12.30 बजे जीपीसीसी कार्यालय पहुंचेंगे. इसके बाद वह वह राजकोट गेम जोन में आग लगने और ऐसी अन्य त्रासदियों में जान गंवाने वाले पीड़ितों के परिजनों से भी मिलेंगे, वह उन पार्टी कार्यकर्ताओं के परिवार के सदस्यों से भी बातचीत करेंगे, जिन्हें झड़प के बाद पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
बता दें, बीते 2 जुलाई को कांग्रेस मुख्यालय के बाहर जब भाजपा की युवा शाखा के सदस्य गांधी की हिंदुओं पर टिप्पणी के विरोध में वहां पहुंचे थे, तब पार्टी कार्यकर्ताओं और भाजपा को सदस्यों के बीच झड़प हुई थी.
पुलिस के अनुसार, विवाद इतना बढ़ गया था कि दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पथराव किया, जिसमें एक सहायक पुलिस आयुक्त सहित पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. झड़प के एक दिन बाद एलिसब्रिज पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो एफआईआर दर्ज की और पांच कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया, जो फिलहाल रिमांड पर हैं.
बता दें, एक एफआईआर पुलिस ने खुद कांग्रेस और भाजपा दोनों से जुड़े करीब 450 कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज की थी, जबकि दूसरी भाजपा की अहमदाबाद इकाई की युवा शाखा की शिकायत पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज की गई थी.