श्रीनगर: उत्तराखंड की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए प्रदेश को 15 अगस्त के बाद एयर एंबुलेंस की सौगात मिलने जा रही है. एयर एंबुलेंस की सुविधा मिलने के बाद मरीजों को तुरंत अस्पतालों तक पहुंचाया जा सकेगा. साथ ही जो क्षेत्र सड़कों से दूर हैं, वहां पर सरकार डंडी कंडी देने जा रही है. जिसके तहत जो व्यक्ति मरीजों को सड़कों तक पहुंचाएगा, उनको 2000 रुपए की सहायता राशि दी जाएगी.
स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि सरकारी मेडिकल कॉलेज को छोड़कर अन्य सरकारी अस्पतालों में ओपीडी पर्चा के रेट घटाए गए हैं. राजकीय प्राथमिक अस्पतालों में 13 रुपए की जगह10 रुपए, जबकि सामुदायिक में 15 रुपए की जगह 10 रुपए प्रति मरीज ओपीडी का चार्ज लिया जाएगा. इसी तरह उप जिला अस्पताल और जिला अस्पताल में अब 28 से लेकर 29 रुपए वाली ओपीडी पर्ची के रेट को घटाकर 20 रुपए किया गया है. उन्होंने कहा कि एंबुलेंस के लिये अब 28 रुपए की जगह 20 रुपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से चार्ज लिया जाएगा.
धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में 500 डॉक्टर की नियुक्ति भी जल्द की जाएगी, जिससे मरीजों को जल्द उपचार मिल सकेगा. वहीं किसी भी सरकारी अस्पताल में बनी ओपीडी पर्ची को अन्य सरकारी अस्पतालों में दिखाकर भी इलाज किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जनता की स्वास्थ्य सुविधा को देखते हुए 20 करोड़ की लगात से थैलीसैंण में उपजिला चिकित्सालय बनाया जाएगा. साथ ही आरडब्ल्यूडी विभाग को जल्द चिकित्सालय की डीपीआर बनाने के निर्देश दिए गए हैं.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हरेला पर्व के अवसर पर पौड़ी जनपद में डेढ लाख पौधे रोपित किए जाएंगे. ये कार्यक्रम खिसू, धारी देवी और देवप्रयाग में 15 अगस्त तक चलेगा. वन विभाग के अधिकारियों को कार्ययोजना के तहत कार्यपूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि हरेला पर्व के तहत प्रत्येक विद्यालयों में प्राइमरी वर्ग की छात्र-छात्राएं 5 पेड़, माध्यमिक वर्ग की छात्र-छात्राएं 10 और इंटरमीडिएट की छात्र-छात्राएं 20 पौधे लगाएंगे. इसके अलावा विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को 10 किलोमीटर के दायरें में सड़क किनारे 100 से 200 पेड़ लगाने को कहा गया है.