राजगढ़: जिला मुख्यालय से करीब 10 किमी दूर टांडीखुर्द गांव में एक महिला की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई। वहीं मौत की सूचना मिलते ही महिला के घर वालों ने पुलिस को इसकी सूचना दी और खुद भी मौके पर पहुंच गए। उनके पहुंचने तक महिला का अंतिम संस्कार किया जा रहा था। इसी बीच पहुंची पुलिस टीम और परिजनों ने शव को जलती चिता से बाहर निकाला। महिला के परिजनों ने मामले में हत्या की आशंका जताई है। इस घटना के बाद कालीपीठ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और अग्रिम जांच में जुट गई है। जिला अस्पताल में महिला के शव के अवशेषों का पोस्टमार्टम किया जाएगा।
जानकारी मिलते ही मुक्तिधाम पहुंचे परिजन
मृतक महिला रीना बाई (23) के पिता रामप्रसाद तंवर और भाई विष्णु तंवर ने बताया कि सोमवार दोपहर करीब 2 बजे उन्हें किसी ग्रामीण के माध्यम से रीना बाई की मौत की जानकारी मिली। रीना बाई तीन दिन पहले ही अपने पीहर लक्ष्मण पुरा से ससुराल टांडीखुर्द गई थी। तब तक ऐसी कोई बात नहीं थी। ऐसे में मौत की जानकारी मिली तो वह कुछ समझ नहीं पाए। सभी परिजन तुरंत टांडीखुर्द पहुंचे और कालीपीठ पुलिस के साथ पहले बेटी के ससुराल गए, लेकिन वहां किसी के नहीं मिलने पर वह मुक्तिधाम पहुंचे। यहां रीना बाई की चिता जल रही थी, लेकिन यहां भी मौके पर कोई मौजूद नहीं था। ऐसे में आनन-फानन में चिता को बुझाया गया और उसमें से शव के अवशेषों को निकालकर पहले कालीपीठ थाने और फिर वहां से जिला अस्पताल लाया गया। परिजनों ने शव से हाथ-पांव कटे होने की बात भी कही है।
तीन महीने की गर्भवती थी महिला
बताया जा रहा है कि मृतका रीना बाई का विवाह करीब चार वर्ष पहले टांडीखुर्द निवासी मिथुन तंवर से हुआ था। तीन साल पहले उनका गौना भी हो गया था। अभी पांच दिन पहले ही वह पीहर आई थी और फिर तीन दिन पहले वह ससुराल वापस लौटी थी। रीना बाई की डेढ़ साल की एक बच्ची भी है। इसके अलावा वह वर्तमान में करीब तीन माह की गर्भवती भी थी। मृतका के पिता ने का कहना है कि कि रीना के ससुराल वालों ने कुछ जमीन खरीदी थी। जिसके लिए वह डेढ़ लाख रुपए की मांग कर रहे थे। उन्होंने इसी वजह से रीना बाई की हत्या की आशंका जताई है। फिलहाल पुलिस सभी मामलों की जांच में जुटी हुई है।