देहरादून: हाउस ऑफ हिमालयाज के तहत स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिले, इसके लिए उत्तराखंड सरकार, स्थानीय उत्पादों की बेहतर मार्केटिंग, क्वालिटी और ब्रांडिंग पर जोर देने का निर्णय लिया है. दरअसल, हाउस ऑफ हिमालयाज के तहत स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए सीएस राधा रतूड़ी ने सचिवालय में उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के दौरान सीएस ने निर्देश दिए कि स्थानीय उत्पादों को वैश्विक पहचान मिले इसके लिए मार्केटिंग, क्वालिटी और ब्रांडिंग फोकस किया जाए.
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने निर्देश देते हुए कहा कि हाउस ऑफ हिमालयाज को उत्तराखंड राज्य की अम्ब्रेला ब्राण्ड बनाने के साथ ही स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए मिशन मोड पर कार्य करें. हाउस ऑफ हिमालयाज के तहत अधिक से अधिक महिला स्वयं सहायता समूहों और स्थानीय महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए. उत्तराखंड के सभी स्थानीय उत्पादों को एक ही नाम और ब्राण्ड मिलने से राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर स्थानीय उत्पादों को बेहतर मार्केट मिलेगा. हाउस ऑफ हिमालयाज के तहत पहले चरण में 21 उत्पादों को रखा गया है. लेकिन भविष्य में अधिक से अधिक स्थानीय उत्पादों को इससे जोड़ा जाएगा.
साथ ही इन उत्पादों की गुणवत्ता की जांच भी तीन स्तरों पर की जा रही है. सीएस ने निर्देश दिए हैं कि हाउस ऑफ हिमालयाज के जरिए राज्य के सभी स्थानीय ब्राण्ड्स की पहुंच बढ़ाने के लिए कार्य करने की जरूरत है. हाउस ऑफ हिमालयाज को वॉकल फॉर लोकल और लोकल फॉर ग्लोबल की थीम आधारित काम करना चाहिए. इसके लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए स्थानीय उत्पादों को व्यापक स्तर तक पहुंचाने के लिए काम करने की जरूरत है. हाउस ऑफ हिमालयाज राज्य का अम्ब्रेला ब्राण्ड होने के साथ ही प्रदेशभर की स्थानीय महिलाओं की आजीविका बढ़ाने में मददगार साबित होगा. साथ ही सीएस ने स्वयं सहायता समूहों और उनके उत्पादों को इससे जोड़ने के निर्देश दिए हैं.