सरकारी रिकार्ड में ‘खुद को जिंदा साबित करने के लिए टीचर को मारा चाकू’, चौंका देगी ये घटना…

खबर उत्तराखंड

बाड़मेर: बालोतरा जिले के चूली बेरा धारणा गांव के सरकारी स्कूल में 19 जुलाई को आरोपी बाबूराम पेट्रोल का कैन और चाकू लेकर घुस गया था. एक क्लासरूम में घुसकर दोनों दरवाजे बंद कर लिए थे और महिला टीचर निर्मला पर पेट्रोल डालने की कोशिश की थी. उसी दौरान बीच बचाव में आए स्कूल के हेड मास्टर हरदयाल सैनी और टीचर सुरेश राजपुरोहित को भी चाकू मारकर आरोपी ने घायल कर दिया था. बाबूराम को पकड़ने की कोशिश में एक ग्रामीण भी घायल हो गया था.

घटना के बाद दोनों शिक्षकों को गंभीर हालत में जोधपुर के एम्स रेफर किया गया था. वहीं इस घटना के विरोध में ग्रामीणों ने स्कूल में ताला लगाकर प्रदर्शन किया था और आरोपी को मानसिक विक्षिप्त बताते हुए कानूनी कार्रवाई की मांग की थी. ग्रामीणों का कहना था कि आरोपी बाबूराम कई बार बेवजह ही लोगों पर हमला कर चुका है.

पहले भी लोगों पर हमला कर चुका है आरोपी

एक बार आरोपी टावर पर भी चढ़ गया था. तब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. इसी वजह से ऐसी घटना हुई है. उस वक्त भी  ग्रामीणों ने आरोपी बाबूराम को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था. अब सिवाना थाना अधिकारी इमरान खान ने बताया कि आरोपी बाबूराम ने पूछताछ में कहा है कि उसे पता चला था कि उसका किसी ने डेथ सर्टिफिकेट बना लिया है.

आरोपी को जमीन-जायदाद हड़पे लिये जाने का है डर

थानाध्यक्ष ने बताया कि बाबूराम को लगा कि डेथ सर्टिफिकेट बन जाने से उसकी जमीन जायदाद हड़प ली जाएगी. ऐसे में उसने स्कूल में घुसकर हमला करने का प्लान बनाया था. ताकि उसकी ऐसी हरकत से पुलिस उसे पकड़ कर ले जाए और सरकारी रिकॉर्ड में वह जिंदा साबित हो सके.

अब डेथ सर्टिफिकेट की सच्चाई जानने में जुटी पुलिस

पुलिस अधिकारी के अनुसार आरोपी की बातों में कितनी सच्चाई है ? पुलिस ग्राम पंचायत और तहसील स्तर पर इसकी जांच पड़ताल कर रही है. पुलिस यह जानने में जुटी है कि आरोपी बाबूराम का मृत्यु प्रमाण पत्र कब बना  और किसने बनाया ? पुलिस लगातार जांच पड़ताल कर रही है.

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