देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज नई दिल्ली स्थित उत्तराखण्ड सदन में ‘वो 17 दिन’ नामक पुस्तक का विमोचन किया। यह पुस्तक सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों पर आधारित है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिलक्यारा सुरंग को लेकर अपने अनुभव साझा कर कहा कि 41 श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालना एक बड़ी उपलब्धि है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन से ही यह बचाव अभियान सफलतापूर्वक पूर्ण हो पाया था। मुख्यमंत्री ने पुस्तक के लेखक राजीव रंजन सिंह को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि सकारात्मकता और अनुभवों से भरी यह पुस्तक निश्चित ही पढ़ने योग्य है।
सिलक्यारा सुरंग में कौन सा हादसा हुआ था ?
बता दें 12 नवंबर 2023 को दिवाली के दिन उत्तरकाशी के यमुनोत्री हाईवे पर सिलक्यारा से डंडालगांव तक निर्माणाधीन सुरंग के अंदर भूस्खलन हो गया था. जिससे सुरंग में मलबा आने से सुरंग में काम कर रहे 41 श्रमिक टनल में फंस गए. श्रमिकों को निकालने के लिए केंद्र से लेकर विदेश तक की मशीनरी जुटी हुई थी. 17 दिन की कड़ी मशक्कत के बाद सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों का सफल रेस्क्यू किया गया था.