देहरादून: दिल्ली कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन बच्चों की मौत के मामले का संज्ञान लेकर उत्तराखंड सरकार ने कोचिंग सेंटर के लिए निर्देश जारी किए हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और आवास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के आदेश के बाद इन पर कार्रवाई शुरू हो गई है. अपर सचिव आवास अतर सिंह और एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी को नियमों का पालन न करने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
साथ ही इस तरह की दुखद घटनाओं के रोकथाम के लिए प्रदेश के सभी जनपदों में संचालित अलग-अलग कोचिंग संस्थानों के सुरक्षा मापदण्डों की जांच के लिए जनपदवार जाँच के लिए अध्यक्ष सहित चार सदस्य की जांच समिति का गठन किया गया है. आवास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने सख्त निर्देश देते हुए कहा प्रदेश के कोचिंग सेंटर में मानक अनुसार कार्य नहीं होने पर तत्काल कार्रवाई करें. उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि बेसमेंट में सुरक्षा उपाय तथा आपदा के समय निकासी जैसे अन्य आवश्यक कार्य न होने पर कोचिंग सेंटर के खिलाफ कार्रवाई की जाये. प्रेमचंद अग्रवाल ने यह भी कहा जिन मामलों में कार्रवाई की जा रही है उन पर शीघ्र कार्रवाई की प्रक्रिया को अमल में लाएं.
कोचिंग सेंटर की चेकिंग के लिए कमेटी
- गठन की गई समिति उपाध्यक्ष, समस्त विकास प्राधिकरण, उत्तराखण्ड(अध्यक्ष)
- नगर आयुक्त/अधिशासी अधिकारी -(सदस्य)
- जिला अधिकारी द्वारा नामित अधिकारी(सदस्य)
- जिला अग्निशमन अधिकारी-(सदस्य)
- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक / पुलिस अधीक्षक द्वारा नामित अधिकारी-(सदस्य)
कोचिंग सेंटर के प्रावधान
- कोचिंग संस्थानों के विधिवत निबन्धन की स्थिति.
- सुरक्षा मानकों के अनुपालन की स्थिति.
- भवन निर्माण एवं विकास उपविधि के अनुपालन की स्थिति.
- फॉयर एग्जिट की व्यवस्था.
- कोचिंग संस्थानों में प्रवेश एवं निकास की पर्याप्त व्यवस्था.
- आकस्मिक स्थिति से निपटने हेतु पर्याप्त सुरक्षा उपायों की व्यवस्था ।
एमडीडीए के उपाध्यक्ष और शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया कोचिंग सेंटरों में न्यूनतम सुविधा होनी चाहिए. जिसके बाद एमडीडीए और पुलिस विभाग ने आज से संयुक्त चेकिंग कार्रवाई शुरू कर दी है.नियमों का पालन न करने वाले कोचिंग सेंटरों को नोटिस जारी कर कार्रवाई की जाएगी.