रुद्रप्रयाग: केदारनाथ में तेज बारिश के चलते मंदाकिनी नदी ने विकराल रूप धारण कर दिया है. तेज बारिश होने से पैदल मार्ग पर गदेरे उफान पर आ गए हैं, जिस कारण पैदल मार्ग के जगह-जगह मलबा गया है. मार्ग कई जगहों पर क्षतिग्रस्त भी हो गया है. वहीं सोनप्रयाग और गौरीकुंड में नदी किनारे के होटल और लॉज खाली करवाये गए. तेज बारिश के अलर्ट को देखते हुए प्रशासन ने पहले ही तीर्थ यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहरा दिया था.
रुद्रप्रयाग में भारी बारिश से केदारनाथ यात्रा बाधित
बुधवार शाम से शुरू हुई केदारनाथ धाम में तेज बारिश ने आफत मचाकर रख दी. मूसलाधार बारिश के चलते मंदाकिनी नदी ने भी विकराल रूप धारण कर लिया है, जबकि केदारनाथ पैदल मार्ग के कई जगहों पर गदेरे भी उफान पर आ गए हैं. गदेरों के उफान पर आने से पैदल मार्ग जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गया है.
कई जगहों पर मार्ग वॉश आउट भी हुआ है. ऐसे में तीर्थ यात्रियों की परेशानियां बढ़ गई हैं. केदारनाथ पैदल मार्ग के भीमबली और लिनचोली में सबसे ज्यादा नुकसान होने की सूचना मिल रही है. केदारनाथ मार्ग पर भीमबली चौकी से करीब 70 मीटर आगे मार्ग क्षतिग्रस्त होने के कारण 200 तीर्थयात्रियों को जीएमवीएन और पुलिस चौकी में सुरक्षित ठहराया गया. जो मार्ग क्षतिग्रस्त हुआ है, उस मार्ग के आसपास से लोगों को हटा दिया गया है.
भारी बारिश में बह गया गौरीकुंड का तप्त कुंड
वहीं दूसरी ओर मंदाकिनी नदी के विकराल रूप धारण करने से गौरीकुंड में गर्म कुंड बह गया है. नदी किनारे की दुकानों और होटलों को खाली करवा दिया गया है. इसके अलावा सोनप्रयाग में भी मंदाकिनी नदी के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए प्रशासन ने यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहरा दिया है. जिला प्रशासन की ओर से हर घटना पर नजर रखी जा रही है.
रामबाड़ा में दो पैदल पुल बहे
केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग को भारी नुकसान हुआ है. रामबाड़ा से लिनचोली के बीच जगह जगह पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हुआ है. केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग के रामबाड़ा में मंदाकिनी नदी पर स्थित दो पुल बह गए हैं. ये पुल पुराने मार्ग पर स्थित थे. इन पुलों का यात्री और घोड़े संचालक शॉर्टकट रास्ते के रूप में उपयोग करते थे. ये पुल पुल बुधवार रात की बारिश में मंदाकिनी नदी के तेज बहाव में बह गए.
जिलाधिकारी डॉ सौरभ गहरवार ने फोन पर बताया कि केदारनाथ धाम में तेज बारिश हो रही है. इस कारण मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही गदेरे भी उफान पर आ गए हैं. गदेरों का जल स्तर बढ़ने से पैदल मार्ग को क्षति पहुंची है. उन्होंने बताया कि मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने से गौरीकुंड स्थित गर्म कुंड बह गया है, जबकि सभी यात्री सुरक्षित हैं. प्रशासन ने समय रहते सोनप्रयाग में भी होटल को खाली करवा दिया था. जिला प्रशासन की ओर से हर घटना पर नजर रखी जा रही है.
सीएम धामी करेंगे हवाई निरीक्षण
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज जनपद रुद्रप्रयाग में अतिवृष्टि से आई आपदा से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण करेंगे. इस दौरान उनके द्वारा बचाव व राहत कार्यों की स्थिति की समीक्षा की जाएगी. मुख्यमंत्री धामी गौरीकुंड हेलीपैड पहुंचेंगे. इसके बाद उनके द्वारा बुधवार रात्रि को आई अतिवृष्टि से आपदा प्रभावित क्षेत्रों को हुए नुकसान का हवाई निरीक्षण किया जाएगा.