भागलपुर: भागलपुर जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आप हैरान हो जाएंगे. दरअसल जिले के एक व्यक्ति ने वरीय उप समाहर्ता (ADM) का बोर्ड आपने कार में लगाकर कई लोगों से ठगी कर ली. जब भागलपुर पुलिस के संज्ञान में यह बात आई तो पुलिस ने उसे धर दबोचा. पूरा मामला जोगसर थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है. जिस व्यक्ति को पकड़ा गया है, उसका नाम राज पांडेय है.
सफेद रंग की लग्जरी कार से पत्नी के साथ चलता था आरोपी
जानकारी के मुताबिक जोगसर पुलिस ने राज पांडेय और उसकी पत्नी पुष्पा पांडेय को खरमनचक मोहल्ला स्थित उसके आवास के पास से तब गिरफ्तार किया, जब दोनों अपनी सफेद रंग की लग्जरी कार से कहीं बाहर जा रहे थे. कार के आगे बिहार सरकार, वरीय उप समाहर्ता का लाल रंग का बोर्ड लगा हुआ था.
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने वाहन को भी जब्त कर लिया है. साथ ही आरोपी राज पांडेय और उसकी पत्नी के विरुद्ध धोखाधड़ी का एक मामला भी दर्ज कर लिया गया है. जोगसर थानाध्यक्ष कृष्ण नंदन कुमार सिंह ने बताया कि फर्जी एडीएम और उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया गया है. दोनों सफेद रंग की BR 01 PG 9119 नंबर की लग्जरी कार से चलते थे और ठगी की घटनाओं को अंजाम देते थे.
अस्वस्थ होने के कारण पुलिस ने पीआर बांड पर छोड़ा
गिरफ्तारी के बाद फर्जी एडीएम और उसकी पत्नी को थाने लाकर वरीय उप समाहर्ता होने से संबंधी पूछताछ की गई. साथ ही वैध कागजात भी मांगा गया. लेकिन अजय ने किसी भी प्रकार का वैध कागजात प्रस्तुत नहीं किया और कोई भी संतोषजनक जवाब भी नहीं दिया. वाहन पर सवार राज पांडेय के दोनों पैर पर प्लास्टर चढ़ा हुआ था. पूछने पर उसने कहा कि उसकी हड्डी टूटी हुई है और वह इलाज कराने जा रहा है. वहीं, अस्वस्थ होने की स्थिति में राज पांडेय और उसकी पत्नी पुष्पा पांडेय को पीआर बांड पर छोड़ दिया गया.
लाइसेंस बांटने के लिए वसूलता था 5-5 लाख रुपये
जोगसर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर कृष्णनंदन कुमार सिंह ने बताया कि राज पांडेय के विरुद्ध जोगसर, नाथनगर व पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में भी मामले दर्ज हैं. राज पांडेय ने भागलपुर, खगड़िया, मुंगेर, बांका, नवगछिया समेत कई जिलों में सैकड़ों लोगों को फर्जी आर्म्स लाइसेंस बांटे थे. एक लाइसेंस के लिए वह चार से पांच लाख रुपये तक वसूलता था.