भरतपुर: राजस्थान की भरतपुर लोकसभा सीट से सांसद संजना जाटव अब अपने पति के बिना बाहर नहीं जा सकेंगी। घर से बाहर निकलते ही हमेशा उनके पति साथ होंगे और उनके आस-पास होनी वाली हर गतिविधि पर नजर रखेंगे। दरअसल संजना के पति को ही उनका निजी सुरक्षा अधिकारी नियुक्त किया गया है।
संजना जाटव कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल कर संसद पहुंची हैं। वहीं, उनके परि पुलिस में सिपाही के पद पर हैं। ऐसे में एसपी ने संजना के पति कप्तान सिंह को ही उनका निजी सुरक्षा अधिकारी नियुक्त कर दिया है।
संजना की प्रतिक्रिया
संजना जाटव का कहना है कि उनके पति ही उनकी सबसे बड़ी ताकत हैं। अब वह ड्यूटी के दौरान भी उनके साथ रहेंगे। वही उनकी ताकत हैं। संजना के लिए सांसद बनने के बाद भी कुछ नहीं बदला है। उनका काम जरूर बढ़ गया है, लेकिन व्यवहार पहले की तरह है। वहीं, इस मामले पर संजना के पति कप्तान सिंह का कहना है कि सांसद उनके साथ ज्यादा सहज महसूस करेंगी। संजना की सुरक्षा की जिम्मेदारी मिलने पर उन्होंने खुशी जाहिर की और कहा कि उनकी सुरक्षा में काम करके बहुत अच्छा लग रहा है। उन्होंने एक महीने पहले संजना की सुरक्षा के लिए अनुमति मांगी थी और पुलिस विभाग से उन्हें अनुमति मिल गई है।
राजनीति में कैसे आईं संजना
संजना जाटल की शादी 18 साल की उम्र में कप्तान सिंह से हो गई थी। संजना के ससुर राजनीति में हैं। ऐसे में उनकी भी राजनीति में एंट्री हुई। वार्ड का चुनाव जीतने के बाद 2013 में कठूमर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन करीबी अंतर से हार गईं। हालांकि, कांग्रेस ने लोकसभा में भी उन पर भरोसा जताया और टिकट दिया। इस बार संजना को जीत मिली और वह राजस्थान की सबसे युवा सांसद बन चुकी हैं।