नई दिल्ली: बांग्लादेश में हिंसा और उपद्रव, हिंदुओं पर हो रहे हमलों के खिलाफ भारत के साधु-संतों की सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र से बांग्लादेश में हिंदुओं के विरूद्ध हिंसा की निंदा करते हुए सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित करने का आग्रह किया है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस को लिखे एक पत्र में परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने पड़ोसी देश बांग्लादेश में हालिया राजनीतिक उथल-पुथल के बीच हिंदुओं के खिलाफ हिंसा पर गहरी चिंता जाहिर की है।
परिषद के महंत ने की गुजारिश
परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने कहा, ‘‘बांग्लादेश में हिंदु अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे अपराधों के बारे में पूरी दुनिया चुप है।’’ महंत पुरी ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव से बांग्लादेश में ‘हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की लहर’ की निंदा करते हुए सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें आशा है कि आप अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के संतों की भावनाओं को समझेंगे और बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा और उनके उत्पीड़न पर नियंत्रण के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे।’’
सरकार आदेश तो हम कूच करने को तैयार
एक न्यूज चैनल से बातचीत में पुरी ने यह भी कहा कि अगर भारत सरकार हमें इजाजत देती है तो बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों को बचाने के लिए नगा साधु उस देश तक कूच करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, ‘‘बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार असहनीय हैं। अगर भारत सरकार अनुमति देती है तो नागा संन्यासी, जिनका जन्म सनातन की रक्षा के लिए हुआ है, हिंदुओं की रक्षा के लिए बांग्लदेश मार्च करने के लिए तैयार है।’’