बेगूसराय: बिहार (Bihar) इस समय जहरीली शराब मामले को लेकर खूब चर्चा में है. अब यहां के बेगूसराय से एक और हैरान करने वाला मामला सामने आया है. बेगूसराय में उद्घाटन से पहले 13 करोड़ की लागत से गंडक नदी पर बना पुल ढह गया. पुल का अगला हिस्सा ढहने के बाद नदी में जा गिरा. मुख्यमंत्री नाबार्ड योजना के तहत 206 मीटर लंबा बनाया गया था, लेकिन पहुंच पथ नहीं होने के कारण पुल का उद्घाटन नहीं हो सका था. कुछ दिनों पहले ही पुल के अगले हिस्से में दरार देखी गई थी. फिर 15 दिसंबर को पुल में आई दरार को लेकर अधिकारियों को पत्र लिखा गया था और आज (रविवार) सुबह पुल का अगला हिस्सा टूट कर गिर गया. दरअसल, बेगूसराय में उद्घाटन से पहले ही गंडक नदी पर बने पुल का बीच का हिस्सा टूट कर नदी में गिर गया है. पुल का पाया नंबर दो और तीन के बीच का हिस्सा टूटा है.
13 करोड़ की लागत से बना था पुल
साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के आहोक गंडक घाट किनारे से आकृति टोला चौकी और बिशनपुर के बीच 206 मीटर के पुल का निर्माण हुआ था. निर्माण कार्य साल 2016 में शुरू हुआ था और साल 2017 में पूरा हो गया था. इसकी निर्माण लागत 13 करोड़ रुपये थी. मगर, पहुंच पथ (रास्ता) के अभाव में पुल पर आवागमन शुरू नहीं हो सका था, लेकिन उद्घाटन होने से पहले ही इसमें दरार आने लगी थी और पुलि के बीच हिस्सा पूरी तरह से टूट कर गंडक नदी में जा गिरा.
पुल निर्माण में हुआ भ्रष्टाचार- रालोजपा नेता
साहेबपुर कमाल के रालोजपा नेता संजय यादव ने कहा कि भ्रष्टाचार की वजह से यह पुल टूट कर गिरा है. पुल में दरार आने की शिकायत की गई थी, लेकिन अधिकारियों ने ध्यान ही नहीं दिया. उद्घाटन के पहले ही पुल ढह गया. पुल बनने से दर्जनों गांवों को सुविधा होती. मगर, भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया.