सीतापुर: उत्तर प्रदेश में भेड़ियों का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। बहराइच के बाद सीतापुर में भी भेड़िये के हमले से लोगों में दहशत फैल गई है। गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात सीतापुर में छह लोगों पर भेड़िये का हमला हुआ। इनमें से एक वृद्ध महिला की मौत हो गई, जबकि अन्य पांच लोग घायल हैं। घायलों में चार बच्चे भी शामिल हैं। मामला सदरपुर इलाके का है, लेकिन वन विभाग यहां भेड़िये की मौजूदगी से इंकार कर रहा है।
वन विभाग ने बहराइच में चार भेड़िये पकड़े हैं, लेकिन अब तक भेड़ियों का आतंक कम नहीं हो रहा है। बहराइच में भेड़ियों के हमले में सात लोगों की मौत हो चुकी है। 35 से ज्यादा गांवों में भेड़िये के डर से लोग चैन की नींद नहीं सो पा रहे हैं। लोगों का दावा है कि एक दर्जन के करीब भेड़िये गांव में घूम रहे हैं। हालांकि, वन विभाग इनकी संख्या तीन बता रहा है।
गुरुवार को पकड़ा गया था भेड़िया
गुरुवार को वन विभाग ने बहराइच के कुलैला गांव से एक भेड़िये को पकड़ा था। हालांकि, इससे लोगों की समस्या खत्म नहीं हुई है। अगले दिन ही सीतापुर में छह लोगों पर हमले हुए हैं। लोगों का कहना है कि एक अकेला भेड़िया एक रात में छह लोगों पर हमला नहीं कर सकता। निश्चित रूप से भेड़ियों की संख्या ज्यादा है।
हाई फ्रीक्वेंसी ड्रोन से हो रही निगरानी
भेड़ियों के आतंक के बीच डीएम, एसपी और वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी लगातार क्षेत्र में भ्रमण कर रहे हैं। पुलिस, प्रशासन तथा जनप्रतिनिधियों के सहयोग से भेड़ियों के झुंड को पकड़ने के प्रयास जारी हैं। इस बार भेड़ियों ने गश्त वाले गांवों को छोड़कर नए इलाके में हमला किया है। डीएफओ सिंह ने बताया कि टीमें हरदी थाना अंतर्गत स्थित प्रभावित गांवों में गश्त पर थीं। सिंह ने बताया कि हाई फ्रीक्वेंसी’ वाले ड्रोन कैमरों की मदद से भेड़ियों के झुंड की निगरानी की जा रही है। वन विभाग के अनुसार क्षेत्र में भेड़ियों की कुल संख्या के बारे में अभी अनिश्चितता बनी हुई है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) संजय श्रीवास्तव ने बुधवार को बताया कि भेड़ियों को पकड़ने के लिए 16 टीम काम कर रही हैं और 12 जिला स्तरीय अधिकारी भी यहां तैनात हैं।