देहरादूनः उत्तराखंड में हाल ही में बढ़े आपराधिक मामलों को लेकर सरकार चिंतित है. लिहाजा सीएम धामी ने प्रदेश के सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों को वेरिफिकेशन ड्राइव चलाने का आदेश दिया है. जिसके तहत बाजारों में स्थित दुकानों में काम करने वाले, फड़ रेहड़ी वाले और कूड़ा बिनने वाले आदि लोगों का सत्यापन किया जा रहा है. सत्यापन नहीं होने पर थाने, चौकी ले जाकर सत्यापन किया जा रहा है. इसी बीच अब उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक ने प्रदेश के शांत माहौल को बिगाड़ने वालों को ‘गोली’ की चेतावनी दी है.
डीजीपी अभिनव कुमार कहते हैं, ‘पिछले 2-3 सप्ताह से अपराध और कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर मीडिया और तमाम सिविल सोसाइटीज की तरफ से कई जगहों से कुछ चिंता और कुछ प्रतिक्रिया व्यक्त की गई थी. मुख्यमंत्री चूंकि हमारे गृह मंत्री भी हैं, उन्होंने इस मामले पर सीधे मुझसे चिंता व्यक्त की और उन्होंने इस संबंध में थोड़ी प्रतिक्रिया भी दी. मुख्यमंत्री की मंजूरी से पुलिस विभाग में कुछ व्यापक बदलाव किए गए, मुख्यालय स्तर पर कुछ बदलाव किए गए. हमने कई जिलों के एसपी का तबादला भी किया और उसके बाद पुलिस विभाग में जो हमारी नई टीम बनी, मुख्यालय स्तर पर निचली शाखा में इंटेलिजेंस में बदलाव किया गया है’.
अपराधियों को चेतावनी
वहीं, हरिद्वार में हुई डकैती की घटना पर डीजीपी ने कहा, हरिद्वार की घटना से हमारे व्यापारी काफी नाराज थे, काफी तनाव था. इसलिए हम उस पर भी लगातार कड़ी मेहनत कर रहे हैं. मैंने यही बात कही है कि अगर ऐसी कोई दुस्साहसिक घटना होती है, तो उत्तराखंड पुलिस ऐसी घटनाओं में पाए जाने वाले अपराधियों के लिए एक बुरा सपना साबित होगी. अब पुलिस के लिए दोस्ताना व्यवहार के साथ काम करने की कोई गुंजाइश नहीं है. अगर कोई ऐसा करने की हिम्मत करता है अगर ऐसा कुछ हुआ तो उन्हें गोलियों से जवाब दिया जाएगा.