दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के ऐलान पर भावुक हुए मिथुन चक्रवर्ती, PM मोदी बोले- आप कल्चरल आइकॉन

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नई दिल्ली: सोमवार को लेजेंडरी एक्टर और डिस्को डांसर के रूप में फेमस मिथुन चक्रवर्ती को लेकर बड़ा ऐलान किया गया. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक्टर को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित करने की गुडन्यूज दी. इस खबर ने देश-विदेश में एक्टर के फैंस को सेलिब्रेशन का बड़ा मौका दिया है. चक्रवर्ती परिवार में खुशी का माहौल है.

इमोशनल हुए मिथुन

इंडियन सिनेमा का सबसे बड़ा सम्मान मिलने पर मिथुन ने खुशी जताई है. उनके पास कहने को शब्द नहीं हैं. ANI से बातचीत के दौरान वो इमोशनल नजर आए. मिथुन ने कहा- सच कहूं तो मेरे पास कोई भाषा नहीं है. ना मैं हंस हो सकता हूं, ना ही मैं खुशी से रो सकता हूं. कितनी बड़ी चीज है ये. मैं कोलकाता में जहां से आया हूं, फुटपाथ से लड़कर यहां तक आया हूं, उस लड़के को इतना बड़ा सम्मान मिलेगा, मैं सोच भी नहीं सकता था. मैं निशब्द हूं. बस इतना कह सकता हूं मैं ये अवॉर्ड अपनी फैमिली और फैंस को डेडिकेट करता हूं.

पीएम मोदी ने दी बधाई

देश के प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने एक्टर मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड मिलने पर बधाई दी है. उन्होंने X पर लिखा- मुझे खुशी है कि श्री मिथन चक्रवर्ती जी को इंडियन सिनेमा में उनके अद्वितीय योगदान के लिए प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. वो कल्चरल आइकॉन हैं. अपनी दमदार परफॉर्मेंस के लिए वो पीढ़ियों से सराहे गए हैं. उन्हें बधाई और शुभकामनाएं.

बेटे ने जताई खुशी

देशभर के फैंस को अब उस पल का इंतजार है जब एक्टर को इतने बड़े सम्मान से नवाजा जाएगा. मिथुन को ये अवॉर्ड 8 अक्टूबर 2024 को 70वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड सेरेमनी के दौरान दिया जाएगा. पिता को मिले इस अवॉर्ड पर बेटे नमाशी का भी रिएक्शन आया है. आज तक संग बातचीत में नमाशी ने कहा- बहुत गर्व और सम्मानित महसूस कर रहा हूं. मेरे पिता सेल्फ मेड सुपरस्टार और महान नागरिक हैं. उनकी लाइफ जर्नी कईयों के लिए इंस्पायरिंग रही है. उन्हें मिले इस सम्मान से हम सभी बेहद खुश हैं.

मिथुन ने अपने करियर में 350 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है. वो तीन बार नेशनल अवॉर्ड जीते हैं. उनकी हिट फिल्मों में ‘सुरक्षा’, प्रेम विवाह’ ‘त्रिनेत्र’, ‘अग्निपथ’, ‘हम से है जमाना’, ‘तहादेर कथा’, ‘स्वामी विवेकानंद’, ‘वो जो हसीना’, ‘ऐलान’, ‘जोर लगा के…हैय्या’, ‘चल चलें’, ‘डिस्को डांसर’, ‘टैक्सी चोर’, ‘द कश्मीर फाइल्स’ शामिल हैं.
क्या है दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड?
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार इंडिया में सिनेमा जगत का सबसे बड़ा सम्मान है. हर साल नेशनल फिल्म अवॉर्ड सेरेमनी के वक्त इस सम्मान को भी दिया जाता है. मिथुन चक्रवर्ती दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड के 54वें विनर होंगे. इस अवॉर्ड की शुरुआत 1969 में इंडियन सिनेमा के पिता दादा साहेब फाल्के के सम्मान में हुई थी. फाल्के ने 1913 में इंडिया की पहली फीचर फिल्म ‘राजा हरिशचंद्र’ को डायरेक्ट किया था. पृथ्वीराज कपूर, विनोद खन्ना, राज कपूर, शशि कपूर, लता मंगेशकर, आशा भोसले, बीआर चोपड़ा और यश चोपड़ा समेत अब तक 53 लोग इस सम्मान से नवाजे जा चुके हैं.

पहली ही फिल्म के लिए मिला नेशनल अवॉर्ड

मिथुन की फिल्म इंडस्ट्री में जर्नी इंस्पिरेशनल रही है. उन्होंने अपने करियर में कई सुपरहिट मूवीज देकर फैंस को एंटरटेन किया है. कोलकाता में जन्में मिथुन पेशे से एक्टर, प्रोड्यूसर और पॉलिटिशियन हैं. एक्टर 350 से ज्यादा फिल्मों में नजर आए हैं. इनमें हिंदी, बंगाली, तमिल, भोजपुरी, तेलुगू, कन्नड़, पंजाबी मूवीज शामिल हैं. साल 1977 में फिल्म ‘मृगया’ से मिथन ने एक्टिंग डेब्यू किया था. पहली ही फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला था.

मिथुन का शानदार करियर

अपने करियर की शुरुआत में वो छोटे रोल्स में नजर आए थे. मूवी ‘दो अंजाने’, ‘फूल खिले हैं गुलशन गुलशन’ में मिथुन ने कम स्क्रीन स्पेस में काम किया. फिर 1979 में आई लो बजट फिल्म ‘सुरक्षा’ ने उन्हें फेम दिलाने में मदद की. मूवी ‘प्रेम विवाह’ ने भी उनके करियर को बूस्ट करने में अहम भूमिका निभाई थी. मिथुन ने ‘हमसे बढ़कर कौन’, ‘शानदार’, ‘त्रिनेत्र’, ‘अग्निपथ’, ‘हम से है जमाना’, ‘तहादेर कथा’, ‘स्वामी विवेकानंद’, ‘वो जो हसीना’, ‘ऐलान’, ‘जोर लगा के…हैय्या’, ‘चल चलें’, ‘डिस्को डांसर’, ‘टैक्सी चोर’, ‘द कश्मीर फाइल्स’ जैसी हिट मूवीज में काम किया है.

मिथुन ने 1978 में बंगाली सिनेमा में मूवी Nadi Theke Sagare से डेब्यू किया. 2008 में मिथुन भोजपुरी फिल्म ‘भोले शंकर’ में नजर आए थे. कहा जाता है ये अब तक की सबसे बड़ी भोजपुरी फिल्म है. फिल्मों के बाद मिथुन ने टीवी पर भी अपनी धाक जमाई है. एक्टर ने कई डांस शोज जज किए हैं, जैसे ‘डांस इंडिया डांस’, ‘हुनरबाज-देश की शान’. 74 साल की उम्र में भी मिथुन फिल्मों में एक्टिव हैं. उनकी पिछली हिंदी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ थी.

अपने करियर में उम्दा परफॉर्मेंस के लिए मिथुन को 3 बार नेशनल अवॉर्ड (फिल्म मृगया, तहादेर कथा, स्वामी विवेकानंद) मिला है. एक्टर पद्म भूषण से भी सम्मानित हैं. साल 1989 में उनकी बतौर लीड एक्टर 19 फिल्में रिलीज हुई थीं. लिमका बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में उनका नाम दर्ज है. एक्टर का ये रिकॉर्ड बॉलीवुड में आज तक नहीं टूटा है.

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