नई दिल्ली: जिस देश से कोरोना की शुरुआत हुई थी, और जिसने सबसे पहले कोरोना की वैक्सीन बनाने का दावा किया था, आज उसी देश में लाखों लोगों के कोरोना की चपेट में आने की आशंका है। एक ताजा रिसर्च के मुताबिक चीन में कोरोना काफी तेजी से फैल रहा है और तीन महीनों के भीतर 10 लाख लोगों की मौत हो सकती है। वहीं इंस्टिट्यूट फॉर हेल्थ मीट्रिक्स ऐंड इवेल्युएशन की रिसर्च के मुताबिक अप्रैल तक चीन में कोरोना संक्रमण से 3 लाख 22 हजार मौतें हो सकती है। इसके अलावा 2023 के अंत तक यह आंकड़ा 1 मिलियन से ज्यादा हो सकता है। अमेरिकी साइंटिस्ट और महामारी विशेषज्ञ एरिक फेगल-डिंग ने चेतावनी देते हुए कहा कि 90 दिन में चीन की 60% आबादी और दुनिया के 10% लोग कोरोना से संक्रमित होंगे। शंघाई और बीजिंग जैसे बड़े शहरों में एक बार फिर से कोरोना के केसों में तेजी देखी जा रही है।
स्थिति पर भारत की सतर्क निगाहें
भारतीय एजेंसियां भी चीन की स्थिति पर कड़ी नजर रख रही हैं। वैसे स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि भारत में फिर से कोरोना के फैलने की कोई संभावना नहीं है। कोविड-19 वर्किंग ग्रुप के चेयरमैन एन.के. अरोड़ा ने बताया कि भारत में दुनिया भर में फैले कोरोना के सभी वैरिएंट मौजूद हैं और किसी नये वैरिएंट के फैलने की गुंजाइश कम है। दूसरी ओर भारत में 18 साल से अधिक के सभी लोगों को वैक्सीन लगाया जा चुका है। साथ ही कोरोना के खिलाफ हर्ड इम्यूनिटी भी बन चुकी है।
ढील के बाद बढ़े मामले
इसी महीने चीन ने अपनी जीरो कोविड पॉलिसी में थोड़ी ढील दी है। शिनजियांग, बीजिंग समेत अलग-अलग शहरों में विरोध प्रदर्शनों के बाद सरकार को यह फैसला लेना पड़ा था। करीब तीन सालों तक सख्त लॉकडाउन और मास टेस्टिंग जैसेनियम लागू थे, लेकिन अब इसमें थोड़ी ढील दी गई है। अब जानकारों का कहना है कि पूरी दुनिया में कहर बरपाने वाले कोरोना का चीन में सबसे बुरा दौर आना बाकी है। इसकी वजह यह है कि 140 करोड़ से ज्यादा आबादी वालेदेश में वैक्सीनेशन का स्तर कम है। इसके अलावा हर्ड इम्युनिटी की स्थिति भी नहीं बन पाई, क्योंकि संक्रमण कम फैला था।
चीन में हालात चिंताजनक
बीजिंग में श्मशानों में 24 घंटे अंतिम संस्कार किए जा रहे हैं।सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो सामने आये हैं, जिनमें अस्पतालों में भीड़ दिख रही है और लाशों की ढेर लग रहे हैं। उधर जनता में जीरो कोविड पॉलिसी की सख्तियों की वजह से काफी गुस्सा है। ऐसे में चीन प्रशासन ना लॉकडाउन लगा पा रहा है और ना ही फैलते कोविड संक्रमण को रोक पा रहा है। चीन के मुताबिक वहां अब तक आधिकारिक तौर पर कोरोना से 5,235 लोगों की ही मौत हुई है। वैसे चीन अब तक मौतों के आंकड़े को छिपाता रहा है। ऐसे में ये संख्या काफी ज्यादा हो सकती है।