श्रीनगर: हाल में ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थलीसैंण में डीएम आशीष चौहान ने देर रात छापेमारी की कार्रवाई की थी. जिसमें स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुली थी. इतना ही नहीं डीएम चौहान ने मामले में जांच के भी आदेश दिए. अब इस मामले का स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने भी संज्ञान ले लिया है. मंत्री धन सिंह रावत का कहना है कि वो अब हर दूसरे दिन अस्पतालों का निरीक्षण करेंगे. साथ ही उन्होंने ये भी आदेश जारी किए हैं कि सभी डीएम और एसडीएम अस्पतालों के निरीक्षण करेंगे. कहीं भी कोई कोर कमी रही तो मामले में तत्काल कार्रवाई की जाएगी.
पौड़ी सीएमओ प्रशासनिक भवन का लोकार्पण
दरअसल, कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत अपने दो दिवसीय पौड़ी दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने नव निर्मित मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के प्रशासनिक भवन का लोकार्पण किया. जिसे 4 करोड़ 40 लाख 71 हजार रुपए की लागत से तैयार किया गया है. उन्होंने कहा कि सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर काम कर रही है, जिसका लाभ सीधे जनता को पहुंच रहा है.
उधमसिंह नगर और पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज में अगले साल से शुरू होगी MBBS की पढ़ाई
साथ ही कहा कि राज्य गठन के समय उत्तराखंड में एक भी मेडिकल कॉलेज नहीं था. सबसे पहले श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के बाद इस साल हरिद्वार और ग्राफिक एरा मेडिकल कॉलेज मिल गया है. अब उधमसिंह नगर और पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज में अगले साल से एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू की जाएगी.
मंत्री रावत ने कहा कि डॉक्टरों के बैकलॉग के सभी पद भी जल्द ही भरे जाएंगे. अभी 1500 वार्ड ब्वॉय की नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है. जबकि, 350 लैब टेक्नीशियनों की भर्ती भी जल्द होने जा रही है. उन्होंने कहा कि सरकारी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस करने वाले 127 डॉक्टरों को दुर्गम क्षेत्र में नियुक्ति को लेकर बॉन्ड तोड़ने पर बर्खास्त किया गया है. जबकि, उन पर ₹1 करोड़ का भी जुर्माना लगाया गया है.
उत्तराखंड में 60 लाख लोगों के बन चुके आयुष्मान कार्ड
वहीं, कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि अभी तक राज्य में 60 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं. जिन लोगों के कार्ड नहीं बने हैं, वो अपने नजदीकी सीएससी सेंटर में जाकर अपना आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से 272 जांचें निशुल्क की जा रही है. वहीं, डायलिसिस मरीजों को घर से लाने और ले जाने की सुविधा भी निशुल्क दी जा रही है.
एक लाख लोगों का फ्री में हो चुका मोतियाबिंद का ऑपरेशन
उन्होंने कहा कि ‘ईजा बोई योजना’ के तहत अस्पताल में प्रसव के बाद 2 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि लाभार्थी महिला को दी जा रही है. अभी तक एक लाख लोगों के मोतियाबिंद का फ्री में ऑपरेशन किया जा चुका है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि सांप, कुत्ते के काटने के इंजेक्शन दवाइयां भी अस्पतालों में निशुल्क उपलब्ध कराया जाता है.
समय पर 108 नहीं पहुंची तो ढाई हजार रुपए प्रति घंटे के हिसाब काटी जाएगी धनराशि
अभी तक 108 सेवा के माध्यम से 5 लाख बच्चों ने जन्म लिया है. यदि 108 सेवा किसी भी स्थान पर मरीज तक 15 या 20 मिनट में नहीं पहुंचती है तो 108 सेवा से ढाई हजार रुपए प्रति घंटे के हिसाब धनराशि काटी जाएगी. साथ ही कहा कि पौड़ी में 1 हजार एनसीसी कैडेट के लिए करीब 30 करोड़ की लागत से सेंटर का निर्माण किया जाएगा.