हल्द्वानी: नैनीताल जिले में डेंगू लगातार पैर पसारता जा रहा है. इस सीजन में डेंगू से पहली मौत का मामला सामने आया है. वहीं डेंगू से पीड़ित महिला की मौत 7 अक्टूबर को हुई थी, लेकिन एलाइजा जांच रिपोर्ट 11 अक्टूबर को मिली, जिसमें डेंगू की बात सामने आई है. महिला की डेंगू से मौत के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है.
बताया जा रहा है कि काठगोदाम नई बस्ती निवासी 48 वर्षीय महिला को अक्टूबर की शुरुआत में बुखार आया था. उसका इलाज निजी अस्पताल में कराया गया. हालत बिगड़ने पर महिला को 5 अक्टूबर को गंभीर स्थिति में सुशीला तिवारी अस्पताल में वेंटिलेटर पर भर्ती कराया गया. लेकिन 7 अक्टूबर को महिला की मौत हो गई. मृतका की 28 वर्षीय बेटी एसटीएच में स्टाफ नर्स है. वह भी डेंगू पीड़ित है. गंभीर हालत में उसे भी एसटीएच में भर्ती कराया गया है, जहां उसका उपचार किया गया. वहीं महिला के पति और उसके बेटे में डेंगू के लक्षण पाए गए. इसकी पुष्टि कार्ड टेस्ट से हुई है.
सुशीला तिवारी अस्पताल के प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी ने बताया कि महिला गंभीर हालत में एसटीएच आई थी, जिसे वेंटिलेटर पर भर्ती कराया था, जहां उसकी मौत हो गई. मुख्य चिकित्सा अधिकारी नैनीताल डॉ. एचसी पंत द्वारा अवगत कराया गया कि सुशीला तिवारी चिकित्सालय में डेंगू के 3 रोगी भर्ती हैंं. इस वर्ष अभी तक 50 डेंगू पॉजिटिव रोगी जनपद में मिले हैं. जिनमें 33 रोगी इमिग्रेंट्स हैं, जबकि 17 जनपद नैनीताल के हैं. स्थानीय रोगियों के घरों में सोर्स रेडक्शन का कार्य मलेरिया टीम, डेंगू वॉलिंटियर एवं आशाओं द्वारा किया गया. इसके अलावा जगह-जगह स्वास्थ्य कैंप लगाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है. संभावित मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है.