देहरादून: उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने टाटा ट्रस्ट के नए चेयरमैन नोएल टाटा को पत्र लिखकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की है. सीएम धामी ने अपने पत्र में कहा है कि उत्तराखंड के हर नागरिक की संवेदनाएं टाटा समूह से जुड़े हर परिवार के साथ है. उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता.
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने अपने पत्र में लिखा है कि ‘रतन नवल टाटा के निधन पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. उनकी विरासत, उपलब्धियों और योगदान ने व्यापार जगत में ही नहीं. बल्कि, हर भारतीय के दिल में एक अमिट छाप छोड़ी है. उनके चले जाने से जो एक शून्य पैदा हुआ है, उसे हर भारतीय इस समय गहराई से महसूस कर रहा है.’
सीएम धामी ने आगे लिखा है कि ‘इस कठिन समय में उत्तराखंड के हर नागरिक की संवेदनाएं टाटा समूह से जुड़े हर परिवार के साथ हैं. भारत में औद्योगिक नेतृत्व को रतन टाटा ने नए सिरे से परिभाषित किया. उनके दूरदर्शी नेतृत्व के साथ ही उल्लेखनीय व्यावसायिक कौशल ने हर भारतीय को गौरव के कई पल प्रदान किए.’
इसके अलावा सीएम धामी ने कहा कि उत्कृष्टता, नवाचार और परोपकार के प्रति उनके समर्पण ने भारत ही नहीं, विश्व के हर हिस्से में रहने वाले असंख्य लोगों को प्रेरित किया. उन्होंने प्रभावशाली व्यावसायिक प्रथाओं के लिए कई मानक स्थापित किए. रतन टाटा की स्मृति और विरासत हर देशवासी के भीतर भारतीयता की भावना को प्रतिस्थापित करती रहेगी.
भारत में औद्योगिक विकास में उनका योगदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा पथ का काम करेगा. उनकी प्रेरणा से टाटा ट्रस्ट भारत की विकास यात्रा में अपना योगदान पहले की तरह देता रहेगा. वहीं, सीएम धामी ने रतन टाटा के निधन पर पूरे प्रदेश वासियों की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि दी है.
9 अक्टूबर को रतन टाटा ने ली थी अंतिम सांस
गौर हो कि बीती 9 अक्टूबर की देर रात टाटा ट्रस्ट के अध्यक्ष, टाटा संस के मालिक और दिग्गज उद्योगपति रतन नवल टाटा का 86 साल की उम्र में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली. वे भारत के सम्मानित और बड़े उद्योगपतियों में से एक थे. उनके निधन के बाद नोएल टाटा को टाटा ग्रुप का नया चेयरमैन बनाया गया है.