देहरादून: केदारनाथ उपचुनाव में जिताऊ प्रत्याशी को लेकर कांग्रेस ने सर्वे पूरा कर रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा को सौंप दी है। जल्द ही पर्यवेक्षक भी केदारनाथ विस क्षेत्र का दौरा कर प्रत्याशी को लेकर पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेंगे। सर्वे व पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के आधार पर हाईकमान प्रत्याशी घोषित करेगी।
प्रत्याशी के नाम को लेकर कांग्रेस में आपसी खींचतान और गुटबाजी सामने आ रही है। टिकट की दौड़ में पूर्व विधायक मनोज रावत, जिलाध्यक्ष कुंवर सजवाण, पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के नाम की चर्चाएं हैं। बदरीनाथ और मंगलौर उपचुनाव मिली जीत से उत्साहित कांग्रेस को केदारनाथ उपचुनाव में जीत का दावा कर रही है।
लेकिन, प्रत्याशी को लेकर पार्टी के अंदर खींचतान व गुटबाजी से कांग्रेस की चुनाव धार कुंद दिखाई दे रही है। हालांकि, पार्टी की ओर से जिताऊ प्रत्याशी के लिए केदारनाथ विधानसभा में सर्वे किया गया। जिसकी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा को मिल चुकी है। अब पार्टी की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षक बैठकें कर पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की राय जानेंगे।
प्रदेश प्रभारी के दखल से माहरा को फिर झटका
केदारनाथ उपचुनाव के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने विधायक भुवन कापड़ी व वीरेंद्र जाती को पर्यवेक्षक नियुक्त किया। दूसरे ही दिन प्रदेश प्रभारी सैलजा कुमारी ने गणेश गोदियाल व लखपत बुटोला को पर्यवेक्षक बनाने के आदेश जारी किए। इस संबंध में प्रदेश अध्यक्ष से कोई विचार विमर्श नहीं किया गया। इससे पहले ही लोस चुनाव व बदरीनाथ, मंगलौर उपचुनाव के लिए माहरा ने जिलाध्यक्ष नियुक्त किए थे। प्रदेश प्रभारी ने इन नियुक्तियों को रद्द किया। प्रदेश प्रभारी के फैसलों से माहरा भी आहत हैं।