देहरादून: भाजपा ने अंकिता हत्याकांड मामले मे हाईकोर्ट के फैसले को जाँच एजेंसी के मनोबल को बढाने वाला बताया है। आपको बता दें अपने निर्णय में कोर्ट ने कहा कि एसआईटी सही जांच कर रही है। इससे पहले कोर्ट ने मृतका के माता पिता को याचिका में पक्षकार बनाते हुए उनसे अपना विस्तृत जवाब पेश करने को कहा था। उनसे भी कोर्ट ने पूछा था कि एसआइटी की जांच पर क्यों संदेह है। जबकि एसआईटी ने कहा था कि रिसॉर्ट के कमरे को बुलडोजर से ध्वस्त करने से पहले फोटोग्राफी कर ली गई थी।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने इसे उन राजनैतिक लोगों के मुंह पर तमाचा बताया है जो सीबीआई जांच की आड़ में प्रदेश की छवि खराब करने की कोशिशों में जुटे रहे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने कहा कि धामी सरकार ने समय पर मामले मे एसआईटी का गठन कर तत्परता दिखाई और नतीजा यह है कि आरोपियों को सलाखों के पीछे भेजकर जांच एजेंसी चार्ज शीट दाखिल कर चुकी है। हत्याकांड के वैज्ञानिक सुबूत जुटाए गए है और गवाह तैयार किये गए है। वीआईपी का रोना रो रही कांग्रेस के भ्रम को भी जांच एजेंसी ने निर्मूल किया है।
उन्होंने कहा की कांग्रेस को इस मामले मे हत्यारों को सजा दिलाने की फिक्र कम और राजनीति की अधिक है। कांग्रेस और मामले मे आंदोलनकारी ताकतें एसआईटी पर लगातार सवाल उठाकर उसके मनोबल को तोड़ने जैसा कार्य करते रहे है। अगर, वह हत्याकांड के संबंध में कुछ जानकारी रखते है तो उन्हे जाँच एजेंसी के साथ साझा करना चाहिए। मामले मे राजनीति कर कुछ हासिल नही होने वाला है। कांग्रेस नेता पेपर लीक मामले मे भी महज आरोप प्रत्यारोप की राजनीति करते रहे, जबकि एसटीएफ़ ने नकल के सांगठनिक गिरोह का भांडा फोड़ कर आरोपियों को सलाखों के पीछे भेज दिया। तब ही वह बेनकाब हुए है।