देहरादून: देश भर में प्रदूषण को लेकर खराब कैटेगरी में आने वाले शहरों को लेकर विशेष चिंतन किया जा रहा है. इसके लिए इन शहरों में प्रदूषण कम करने के उपाय पर भी काम किया जा रहा है. इसी कड़ी में भारत सरकार के शहरी विकास मंत्रालय की मदद से उत्तराखंड को 150 इलेक्ट्रिक बसें मिलने जा रही हैं.
देशभर की तरह उत्तराखंड के भी कुछ शहरों को पर्यावरण प्रदूषण के लिहाज से खराब स्थिति में पाया गया है. भारत सरकार का पर्यावरण मंत्रालय इनपर निगरानी रखने के साथ प्रदूषण को कम करने के लिए तमाम उपाय भी कर रहा है. इसके लिए बाकायदा कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है. जिसमें विभिन्न तरीकों से प्रदूषण को कम करने से जुड़े काम इन शहरों में किया जा रहे हैं. इसी के तहत ऐसे शहरों में इलेक्ट्रिक बसें चलाने की भी योजना बनाई गई है. उत्तराखंड में भी कुल 150 इलेक्ट्रिक बसें दिए जाने का फैसला किया गया है.
भारत सरकार के शहरी विकास मंत्रालय की मदद से उत्तराखंड परिवहन विभाग को इलेक्ट्रिक बसें देने का निर्णय लिया है. राज्य को इसके तहत 150 इलेक्ट्रिक बसें मिल रही हैं. इनमें 100 बस राजधानी देहरादून में चलाई जाएंगी. 50 बसें हरिद्वार जिले में संचालित की जाएंगी. पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के सदस्य सचिव पराग मधुकर धकाते बताते हैं कि भारत सरकार में इसके लिए राज्य सरकार की तरफ से बातचीत की गई थी. केंद्र की तरफ से इलेक्ट्रिक बसें देने का प्रस्ताव भी रखा गया था. केंद्र ने इस पर सहमति जताते हुए 150 बसें देने का निर्णय लिया है.
उत्तराखंड के तीन शहरों को प्रदूषित सिटी में जोड़ा गया है. इसमें देहरादून ऋषिकेश और काशीपुर शामिल हैं. इन तीनों ही शहरों में प्रदूषण की मात्रा बेहद ज्यादा पाई गई है. ऐसे में भारत सरकार के कार्यक्रम के तहत इन शहरों में प्रदूषण कम करने के लिए अलग-अलग प्रयास किए जा रहे हैं. इलेक्ट्रिक बसों का संचालन इन्हीं प्रयासों में से एक है.