लैंसडाउन में सीएम धामी बोले- 500 साल से था इस दीपावली का इंतजार, सेना के कारण मना रहे सुरक्षित दीवाली

खबर उत्तराखंड

पौड़ी गढ़वाल: प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज गुरुवार को जनपद पौड़ी के लैंसडाउन पहुंचकर वीर जवानों के साथ दीपावली को मनायी. सीएम धामी ने कहा कि वह स्वयं को वीर जवानों के बीच पाकर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. वह स्वयं सैनिक परिवार से आते हैं और उन्हें इस बात का एहसास है कि एक सैनिक के परिवार में कितनी चुनौतियां होती हैं. किस प्रकार की चुनौतियों से एक सैनिक को गुजरना पड़ता है. उन्होंने कहा कि मैंने अनुशासन की सीख, देश सेवा और राज्य सेवा सेना से ही सीखी है.

सीएम धामी ने सैनिकों संग मनाई दीपावली

प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लैंसडाउन पहुंचकर सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन बहुत ही खास है. आज वह स्वयं सैनिकों के साथ दीपावली के पर्व को मना रहे हैं. उन्होंने कहा कि पर्व वहीं होता है, जहां परिवार होता है. हम सब मिलकर इस पर्व को मना रहे हैं. हालांकि पर्व के दिन सैनिक का अपने परिवार से दूर रहना ही अपने आप में कर्तव्य निष्ठा की प्रकाष्ठा है. सीएम धामी ने कहा कि पूरे देश के लोग इस दिन निश्चिंत होकर सुरक्षित तरीके से दीपावली मना रहे हैं और यह तभी संभव है जब वीर सैनिक 24 घंटे सीमाओं पर भारत की रक्षा में तैनात हैं. इस महत्वपूर्ण पर्व पर भी सभी सैनिक अपने परिवारों से दूर सीमाओं पर देश की रक्षा के लिए तैनात हैं.

सीएम ने सैनिकों का उत्साह बढ़ाया

सीएम धामी ने कहा कि आप सभी सैनिकों के अंदर ऊर्जा देकर उनके अंदर भी ऊर्जा का संचार हो रहा है. सीएम धामी ने कहा कि इस बार की जो दीपावली है वह हम सबके लिए बहुत विशेष है. इसके लिए 500 वर्षों से अधिक समय से हम प्रतीक्षा कर रहे थे कि भगवान राम अपने घर में आएं. भगवान राम का वह महल फिर से जगमगाया और वहां दीपावली मनाई जा रही है. भगवान राम अपने घर में अपने महल में इस बार दीपावली पर विराजमान हैं.

सेना के लिए किए जा रहे कार्य गिनाए

सीएम धामी ने कहा कि हमारे बलिदान होने वाले सैनिकों के परिजनों को 10 लख रुपए की जो धनराशि दी जाती थी, उसे बढ़ाकर 50 लख रुपए कर दिया गया है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने के बाद देश सैन्य स्तर पर भी मजबूत हुआ है. पहले सियाचिन ग्लेशियर में देश की रक्षा के लिए जो सैनिक तैनात रहते थे उनको बेहतर जूते, जैकेट और उपकरण नहीं मिल पाते थे. पीएम मोदी के आने के बाद तत्काल इन कार्यों में बदलाव आया और हर प्रकार से सैनिकों का मनोबल बढ़ाने का काम किया जा रहा है. उन्हें सभी बेहतर उपकरण दिए जा रहे हैं. इससे वह पूरी ऊर्जा के साथ देश की सेवा कर रहे हैं. कार्यक्रम के समापन पर वीर शहीदों के परिजनों को सम्मानित भी किया गया.

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