‘स्मार्टमीटर’ की पॉलिटिक्स! उत्तराखंड में तेज हुई सियासत, कांग्रेस ने धामी सरकार को घेरा 

खबर उत्तराखंड

देहरादून: प्रदेश में बिजली के स्मार्ट मीटरों पर जमकर राजनीति हो रही है. बीते दिनों किच्छा से कांग्रेस विधायक तिलक राज बेहड़ ने स्मार्ट मीटर तोड़कर अपने गुस्से का इजहार किया, तो अब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने स्मार्ट विद्युत मीटर को गरीबों का उत्पीड़न करने वाला बताया है.

स्मार्ट मीटर पर कांग्रेस का वार

माहरा ने आरोप लगाया कि समूचे उत्तराखंड में स्मार्ट मीटर लगाने का काम एक विशेष औद्योगिक घराने की कंपनी को दिया गया है, इस औद्योगिक घराने को फायदा पहुंचाने की नीयत से प्रदेश में स्मार्ट विद्युत मीटर लगाये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले प्रदेश में इलेक्ट्रॉनिक मीटर लगाए गए थे. इन इलेक्ट्रॉनिक मीटरों को हटाकर अब एक बार फिर स्मार्ट प्रीपेड विद्युत मीटर लगाए जा रहे हैं.

फोन का रिचार्ज खत्म बात खत्म, ऐसा ही होगा स्मार्ट मीटर का हाल

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा सरकार के इस निर्णय से कहीं ना कहीं विभाग और आमजन के बीच हमेशा तालमेल की कमी बनी रहेगी. माहरा ने उदाहरण दिया-

साल के कम से कम 3 महीने यहां का काश्तकार बड़ी मुश्किलों में रहता है. जब वह बीज, खाद,गुड़ाई के लिए लेबर इत्यादि के लिए पैसा खर्च करता है. उस वक्त किसान की बड़ी तंग स्थिति हो जाती है. अक्सर यह भी देखने में आता है कि किसान कभी अपने दो-दो माह के बिजली के बिलों का भुगतान समय पर नहीं कर पाता था. लेकिन सतत प्रक्रिया के तहत किसान इकट्ठा अपने 3 माह के विद्युत बिलों का भुगतान कर दिया करता था. अब स्मार्ट मीटर इस तरह का होगा, जिस तरह मोबाइल में प्रीपेड वाउचर खत्म और बातचीत खत्म.

करन माहरा का कहना है कि आने वाले समय में लोगों के साथ बहुत बड़ी दिक्कत आने वाली हैं. उनका कहना है कि भारत में लोअर अपर और मिडिल क्लास के लोग रहा करते हैं, हमको सबको साथ लेकर चलना पड़ेगा. भारत में गरीब लोग भी रहा करते हैं, स्मार्ट मीटर उनकी कमर तोड़ने का काम करेगा.

किच्छा में कांग्रेसियों ने निकाली शवयात्रा

स्मार्ट मीटर के विरोध में आज विपक्ष VS शहर में शव यात्रा निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान सैकड़ों लोग यात्रा में उपस्थित रहे. इस दौरान कांग्रेस विधायक तिलक राज बेहड़ ने कहा सरकार को मजदूर किसानों का खून चूसने नहीं दिया जाएगा. इसके लिए सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ी जाएगी. यात्रा शहर के मुख्य बाजार होते हुए श्मशान घाट में समाप्त की गई. इससे पूर्व विधायक तिलक राज बेहड़ ने इंदिरा गांधी मैदान में एकत्रित हुए लोगों को संबोधित किया. उन्होंने कहा किच्छा से शुरू हुआ विरोध आज उत्तराखंड के कई शहरों में पहुंच चुका है. अन्य राज्यों में भी इस विरोध की चर्चा चल रही है.

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