नई दिल्ली : आज से रमजान का महीना शुरू हो गया है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रमजान माह की शुरुआत पर शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि जैसे ही पवित्र रमजान का महीना शुरू हो रहा है, यह हमारे समाज में शांति और सौहार्द लाए। यह पवित्र माह आत्म-चिंतन, आभार और भक्ति का प्रतीक है, जो हमें करुणा, दया और सेवा के मूल्यों की याद दिलाता है।
9वां महीना रमजान
बता दें कि इस्लाम धर्म में रमजान का महीना खास महत्व रखता है। इस महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखते हैं और खुदा की इबादत करते हैं। इसे इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक माना जाता है और यह साल का 9वां महीना होता है।
ये महीना क्यों है खास?
यह महीना इस्लामिक मान्यता के अनुसार, पवित्र किताब कुरान के उतरने की शुरुआत भी इसी महीने की एक रात से हुई। इस रात को ‘लयलतुल कद्र या शब-ए-कद्र’ कहा जाता है। इस रात के बाद से लगातार पैगंबर मोहम्मद (सल्ल.अ.) पर उनके दुनिया से रुख्सत होने तक सिलसिलेवार तरीके से कुरान उतरता रहा। अलग-अलग मौके पर पैगंबर मोहम्मद पर कुरान की आयतें नाजिल हुईं।
मगफिरत का महीना
रमजान के महीने की शुरुआत चांद देखकर की जाती है और फिर खत्म भी चांद देखने के बाद ही होता है। रमजान खत्म होने के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग ईद-उल-फित्र का त्योहार मनाते हैं। मुसलमान इस महीने को इबादत का महीना मानते हैं और इसका बहुत सम्मान करते हैं। सभी मुसलमान इस महीने की शुरुआत से पहले ही इसकी तैयारियों में लग जाते हैं। इस महीने को मगफिरत यानी माफी का महीना भी कहा जाता है।