देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर उत्तराखंड के दौरे पर आ रहे हैं। वह उत्तरकाशी जिले के गंगोत्री धाम के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा में छह मार्च को पारंपरिक परिधान ‘चपकन’ पहनकर मां गंगा की पूजा करेंगे। ये परिधान गंगोत्री मंदिर समिति की ओर से प्रधानमंत्री को भेंट किए जाएंगे। उधर, हर्षिल में प्रधानमंत्री को वहां का पारंपरिक परिधान ‘मिरजाई’ भी भेंट किया जाएगा।गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने मंगलवार को इस संबंध में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मां गंगा के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा में तीर्थ पुरोहित चपकन पहनकर ही पूजा करते हैं। चपकन को मुखबा गांव के सम्मान का प्रतीक और पवित्र परिधान माना जाता है। कोट की तरह का यह परिधान बेहद गर्म होता है।
मुखबा में ग्रामीण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने रासौं नृत्य की प्रस्तुति भी देंगे। रासौं नृत्य सीमांत जिले उत्तरकाशी की खास पहचान हैं। तीर्थपुरोहित और लोकगायक रजनीकांत सेमवाल ने बताया कि ग्रामीण लगातार रासौं नृत्य की तैयारी कर रहे हैं। रासौं नृत्य में भाग लेने को चयनित सुलोचना देवी ने बताया कि यह उनका सौभाग्य है कि वे प्रधानमंत्री के सामने पारंपरिक लोकनृत्य की प्रस्तुत देंगी।
प्रधानमंत्री के दौरे की डॺूटी में लगी फोर्स अलर्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड दौरे पर आ रहे हैं। देहरादून में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दून पुलिस ने मंगलवार को ब्रीफिंग की। इस दौरान अफसरों ने जरूरी दिशा निर्देश दिए गए। उत्तराखंड के दौरे के क्रम में प्रधानमंत्री मोदी छह मार्च को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचेंगे।
यहां से वो उत्तरकाशी जिले के लिए रवाना होंगे। उत्तरकाशी से वापस दून आकर प्रधानमंत्री दिल्ली रवाना होंगे। दून में उनकी सुरक्षा के लिए तैनात फोर्स को मंगलवार को एसएसपी अजय सिंह ने जरूरी दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कर्मचारी तय समय पर मौके पर पहुंचकर ड्यूटी इंचार्ज से समन्वय करें। जौलीग्रांट के आसपास के क्षेत्रों में सदिंग्ध व्यक्तियों की तलाश को चेकिंग करने को कहा।