सांसद अनिल बलूनी ने टनल के अंदर जाकर देखा ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का काम, हर 3 महीने में होगी समीक्षा

खबर उत्तराखंड

पौड़ी: गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का निरीक्षण किया. उन्होंने निर्माणाधीन टनलों का दौरा कर परियोजना की प्रगति का जायजा लिया और अधिकारियों से विस्तार से जानकारी ली. बलूनी ने कहा कि यह रेल परियोजना उत्तराखंड के लिए एक वरदान है. निरीक्षण के बाद अनिल बलूनी ने कहा कि अब हर तीन महीने में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल मार्ग के कार्यों की प्रगति की समीक्षा होगी.

सांसद अनिल बलूनी ने रेल परियोजना का निरीक्षण किया

गढ़वाल सांसद ने कहा कि इसके शुरू होने से न केवल तीर्थयात्रा और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि पहाड़ की आजीविका को भी नई दिशा मिलेगी. इस बहुप्रतीक्षित रेल लाइन से जहां आवागमन सुगम होगा, वहीं पर्यटन, व्यापार और स्थानीय रोजगार को नई उड़ान मिलेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच और विकासपरक दृष्टिकोण के चलते आज उत्तराखंड में वह कार्य भी संभव हो रहे हैं.

रेल टनल के अंदर जाकर कामकाज देखा

गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी ने सोमवार को अपने लोकसभा क्षेत्र के भ्रमण के दौरान निर्माणाधीन ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना का स्थलीय निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने परियोजना के तहत बन रही विभिन्न टनलों का भी दौरा किया और कार्य की प्रगति का जायजा लिया. बलूनी ने इस अवसर पर परियोजना के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर अजीत सिंह यादव एवं अन्य इंजीनियरों से विस्तार से चर्चा की.

बलूनी ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन को उत्तराखंड की लाइफ लाइन बताया

अनिल बलूनी ने कहा कि यह बहुउद्देशीय महायोजना उत्तराखंड की भावी लाइफ लाइन बनने जा रही है, जो तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, सेना एवं स्थानीय नागरिकों के आवागमन को सुगम बनाएगी. सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की दूरदर्शी सोच और जनोन्मुखी नीतियों के चलते उत्तराखंड के विकास ने बीते दस वर्षों में अभूतपूर्व गति पकड़ी है. ये योजना एक समय असंभव प्रतीत होती थी, आज यह साकार रूप ले चुकी है और शीघ्र ही जनसामान्य को समर्पित की जाएगी.

टनल के अंदर जाकर पता चलती है रेल परियोजना की भव्यता

उत्तराखंड की सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण रेल परियोजना की विभिन्न टनलों में निरीक्षण करने के बाद उत्साहित अनिल बलूनी ने कहा कि-

मैंने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल प्रोजेक्ट के अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ समीक्षा की. कई टनलों में जाकर निरीक्षण किया. वहां हमारे जो अफसर, इंजीनियर और कर्मचारी काम कर रहे हैं, उनसे काफी देर बातचीत कर उनकी परेशानियों को जाना. जब हम ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल मार्ग की बात करते हैं तो सुनने में जो नहीं लगता उससे ज्यादा टनल के अंदर जाकर पता चलता है. टनल के अंदर जाकर इसकी विशालता और भव्यता का पता चलता है.
अनिल बलूनी, गढ़वाल सांसद-

हर 3 महीने में होगी रेल परियोजना की प्रगति की समीक्षा

अनिल बलूनी ने कहा कि निश्चित तौर पर इस पूरे प्रोजेक्ट को देखने पर पता चलता है कि पीएम मोदी के प्रधानमंत्रित्व काल में उत्तराखंड को कितना शानदार बड़ा प्रोजेक्ट मिला है. जब ये प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा तो इससे न सिर्फ गढ़वाल, बल्कि पूरे उत्तराखंड की आर्थिकी बदल जाएगी. आज अफसरों के साथ चर्चा की है कि हर तीन महीने में हम इस रेल प्रोजेक्ट की तरक्की पर चर्चा करेंगे. हमारी कोशिश होगी कि हम जल्दी से जल्दी इस प्रोजेक्ट को जनता को समर्पित कर दें.

पहाड़ की पहली रेल परियोजना

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग उत्तराखंड की सबसे बड़ी रेल परियोजना है, जो मैदान से पहाड़ को जोड़ेगी. ये रेल लाइन 126 किलोमीटर लंबी होगी. अभी ये निर्माणाधीन है. ये रेल लाइन ऋषिकेश से कर्णप्रयाग को जोड़ेगी. दिलचस्प बात ये होगी कि ऋषिकेश से कर्णप्रयाग का सड़क मार्ग का 7 घंटे का सफर रेल चलने के बाद सिर्फ 2 घंटे में पूरा हो जाएगा.

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