फरीदाबाद: अगर कोई बदमाश लंबे समय तक वारदात करता रहे और पकड़ा न जाए तो उसे कैसे-कैसे भ्रम हो जाते हैं, इसका एक उदाहरण हाल ही में क्राइम ब्रांच सेक्टर-30 में देखने को मिला। करीब छह साल से स्कूटी पर सवार होकर एक ही तरीके से बुजुर्गों के आभूषण व रुपये ठगने की वारदात कर रहे बदमाश को क्राइम ब्रांच सेक्टर-30 ने दो सप्ताह पहले गिरफ्तार किया।
छांयसा का रहने वाला है आरोपित
शिवकुमार नाम का यह आरोपित गांव छांयसा का रहने वाला है। पूछताछ के दौरान उसने पुलिसकर्मियों को यह कहकर बरगलाने की कोशिश की कि उसके ऊपर दैवीय शक्ति का आशीर्वाद है, उसी के आदेश पर वह ठगी करता है। यही दैवीय शक्ति ठगी में उसकी सहायता करती है और लोग आसानी से उसकी बातों में आ जाते हैं। इसी शक्ति ने इतने दिन तक उसे पुलिस से भी बचाकर रखा।
ध्यान भटकाने के लिए कहानी गढ़ रहा शातिर
जांच अधिकारी समझ गए कि बदमाश बेहद शातिर है और केवल ध्यान भटकाने के लिए यह कहानी गढ़ रहा है। जब सख्ती से उससे पूछताछ की तो मालूम चला कि वह नौ साल की उम्र से चोरी व ठगी कर रहा है। आरोपित की उम्र करीब 30 साल है। पिछले करीब छह साल में दिल्ली-एनसीआर में ठगी की वह 100 से अधिक वारदात कर चुका है। केवल फरीदाबाद में ही उसने ठगी की 50 वारदात की हुई हैं।
इस बदमाश ने पुलिस की नाक में दम किया हुआ था। वह अधिकतर बुजुर्गों को निशाना बनाता था। जैसे ही किसी बुजुर्ग को आभूषण पहने देखता तो स्कूटी लेकर पहुंच जाता। पहले नमस्ते कर उनके साथ आत्मीयता बढ़ाता। उनसे कहता कि उनके द्वारा पहने हुए आभूषण उसे पसंद आ रहे हैं। कई बार वह खुद को उनके बेटे का दोस्त बताता था। वह कहता कि अपनी बीवी के लिए भी ऐसे ही आभूषण बनवाना चाहता है।
आभूषण लेकर हो जाता था फरार
इसके बाद देखने के बहाने उनसे आभूषण ले लेता और उन्हें लेकर फरार हो जाता था। यह बदमाश किसी भी तरह पकड़ में नहीं आ रहा था। डीसीपी क्राइम मुकेश मल्होत्रा ने इसे पकड़ने की जिम्मेदारी क्राइम ब्रांच सेक्टर-30 प्रभारी सेठी मलिक की लगाई। वे टीम के साथ करीब दो महीने से इस बदमाश के पीछे लगे हुए थे। एक जगह सीसीटीवी कैमरे में उसका हल्का सा चेहरा कैद हो गया। उसके आधार पर क्राइम ब्रांच ने आरोपित को धर दबोचा। फरीदाबाद में की हुई 50 वारदात में से केवल 20 वारदात दर्ज मिली। तीन मुकदमे आरोपित के पकड़े जाने के बाद दर्ज हुए।
दोबारा रिमांड पर लेगी क्राइम ब्रांच
क्राइम ब्रांच ने आरोपित से अभी 10 मुकदमों में पूछताछ की है। वह फिलहाल जेल में बंद हैं। बाकी मुकदमों में पूछताछ के लिए क्राइम ब्रांच आराेपित को दोबारा रिमांड पर लेगी। क्राइम ब्रांच पीड़ितों से आरोपित की शिनाख्त परेड कराना चाहती है, इसलिए अभी उसकी फोटो जारी नहीं की है।