हरिद्वारः उत्तराखंड के हरिद्वार में मुस्लिम फंड के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. यहां बीते कई सालों से कोतवाली ज्वालापुर क्षेत्र में मुस्लिम फंड संचालित करने वाला एक आरोपी 22 हजार लोगों के करोड़ों रुपए लेकर फरार हो गया. इस बात का पता चलते ही पीड़ित लोग कोतवाली आ धमके और आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया. वहीं, अब पुलिस फरार आरोपी की तलाश में जुट गई है. बता दें कि मुस्लिम समुदाय में ब्याज का पैसा हराम माना गया है. यही कारण है कि कई मुस्लिम लोग बैंकों में अपना पैसा जमा नहीं करते. इसी बात का फायदा उठाकर सराय ज्वालापुर के रहने वाले अब्दुल रजाक बीते कई सालों से मुस्लिम समुदाय के छोटे से बड़े व्यक्ति से दैनिक साप्ताहिक और मासिक पैसों का कलेक्शन किया करता था. बीते कई साल पहले उसने कोतवाली ज्वालापुर से कुछ दूरी पर कबीर म्यूचुअल बेनिफिट निधि लिमिटेड के नाम से अपना कार्यालय भी खोला था. जिसमें कई लोग पैसा कलेक्शन करने का काम किया करते थे. यहां पैसा लोग सुरक्षित समझा करते थे, लेकिन रविवार सुबह लोगों के उस समय होश उड़ गए, जब लोगों को पता चला कि अब्दुल रज्जाक अपने कार्यालय और घर पर ताला जड़कर फरार हो गया है.
बीते 2 दिन से वो या उसका कोई आदमी लोगों से पैसा एकत्र करने भी नहीं जा रहा था. पैसे की एवज में उसने बकायदा बैंक की तरह लोगों में पासबुक भी बांट रखी थी. जिसमें इसके लोग ही पैसा लेने के बाद लोगों की एंट्री किया करते थे. बताया जा रहा है कि आरोपी लोगों के जमा पैसे को ब्याज पर दूसरी जगह देता था. फिलहाल, जानकारी में पता चला है कि ज्वालापुर और आसपास के मुस्लिम गांवों में रहने वाले 22 हजार लोगों ने उसके पास खाते खोले थे. किसी ने 10 हजार तो किसी ने 20 हजार तो किसी ने 50 हजार से लेकर लाखों रुपए जमा करवाए थे. आरोप है कि अब्दुल रजाक उनकी जमापूंजी लेकर फरार हो गया है. उसके पास पैसा जमा कराने वालों में अनपढ़ ही नहीं बल्कि पढ़े लिखे लोग भी शामिल हैं.
उत्तराखंड में मुस्लिम फंड चलाने की अनुमति न दी जाए
अधिवक्ता मोहम्मद नैयर का कहना है कि पिछले 8 सालों से उसका खाता सराय निवासी अब्दुल रजाक के मुस्लिम फंड में था. इसके अलावा परिवार के 4 लोगों के खाते भी यहीं पर चल रहे थे. जिसमें प्रतिदिन और एकमुश्त भी पैसा जमा किया जा रहा था. आज पता चला कि अब्दुल रजाक फरार हो गया है. जब कार्यालय पर आकर देखा तो यहां हजारों की संख्या में लोग जुटे हुए थे. जिसके बाद उन्होंने अब्दुल रजाक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है.
उन्होंने बताया कि 4 खातों में ही वो सवा लाख रुपए गवां चुके हैं. उन्होंने आरोपी को पकड़ने की मांग की है. इसके अलावा उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि अब उत्तराखंड में किसी को भी मुस्लिम फंड चलाने की अनुमति न दी जाए. आरोपी के न तो कार्यालय और न ही घर पर अब कोई मौजूद है. अब पुलिस कार्रवाई का आश्वासन दे रही है, लेकिन आखिर यह कार्रवाई कब होगी?
पुरुष ही नहीं बल्कि इस फ्रॉड में महिलाएं भी फंस गई हैं. एक-एक पैसा जोड़कर महिलाएं अब्दुल रजाक के यहां पैसा जमा करती थीं, लेकिन अब वो सारा पैसा गवां चुकी हैं. ज्वालापुर क्षेत्र की रहने वाली फिरोजा का कहना है कि उसकी 2 जवान बेटियां हैं, जिनका निकाह करने के लिए वो बीते कई सालों से मुस्लिम फंड में ही पैसा जमा कर रही थीं. उनके पति का पहले ही इंतकाल हो चुका है. उनकी बेटियों का निकाह फरवरी में है, लेकिन अब पता चल रहा है कि पैसा जमा करने वाला ही गायब हो गया है. ऐसे में वो अपनी बच्चियों का निकाह कैसे करेंगे?
क्या कहती है पुलिस
एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने कहा कि लोगों का करोड़ों रुपए लेकर सराय क्षेत्र का रहने वाला अब्दुल रजाक गायब हो गया है. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि करीब 22000 लोगों ने उसके पास खाते खोले हुए थे. जिनमें लोगों ने करोड़ों रुपया जमा कराया था. इस मामले में लोगों की तहरीर के आधार पर न केवल आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है, बल्कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एसओजी को भी लगाया गया है. जल्द ही आरोपी सलाखों के पीछे होगा.