उदयपुर: पायल नाम की घोड़ी की बारात में करंट लगने से मौत के बाद बुधवार को घोड़ी मालिक कलेक्ट्रेट पहुंच गया। साथ में मृतक घोड़ी की सगी बहन खुशबू भी थी। साथ में घोड़ी एसोसिएशन के साथ कलेक्ट्रेट पहुंच गया। यहां पायल के हत्यारों को गिरफ्तार करो के नारे लगाए गए। एडीएम ओपी बुनकर को दफ्तर से बाहर कलेक्ट्रेट गेट पर उनका ज्ञापन लेने आना पड़ा। यहां मालिक ने एडीएम के सामने जब मृतक घोड़ी की बहन खुशबू से पूछा कि क्या तुझे अपनी बहन पायल के लिए न्याय चाहिए तो वह बार-बार सिर हिलाने लगी। घोड़ी मालिक ने बताया कि घोड़ी की मौत तीन दिन पहले बारात आयोजन स्थल पर करंट लगने से हुई थी। उन्होंने इसमें गार्डन प्रबंधन, टेंट वाले और लाइट डेकोरेशन वालों पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
दूल्हा के उतरते ही घोड़ी की करंट से हुई थी मौत
घोड़ी मालिक हम्मद सिद्धिक ने बताया- दूल्हे को घोड़ी से उतारते ही थोड़ा आगे बढ़े तो बिजली के खुले तारों से घोड़ी के पैर में करंट लगा। मैं चिल्लाया कि कोई लाइट बंद करवाओ। लाइट बंद हुई इतने में घोड़ी ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। घोड़ी चार माह की प्रेगनेंट थी। यह घटना शादी में किसी आम इंसान के साथ भी घट सकती थी। आसपास छोटे बच्चे भी खेल रहे थे। इस घटना से शादी समारोह में घोड़ी ले जाने वालों में भारी आक्रोश है। अक्सर गार्डन, वाटिका व रिसोर्ट में डेकोरेशन के लिए बिजली के तार बिछाए जाते हैं। उन पर करंट रहता है। घोड़ी की मौत के लिए सीधे तौर पर वाटिका वाला, टेंट व डेकोरेशन वाले जिम्मेदार है।
थाने में मुकदमा दर्ज कराया, पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई
घोड़ी मालिक ने बताया- घटना की एफआईआर 29 जनवरी को अम्बामाता थाने में दर्ज कराई। पुलिस ने अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। कलेक्टर से मांग करते हैं कि ऐसी घटना दोबारा न हो। इसके लिए कड़े कदम उठाकर पाबंद किया जाए। साथ ही आपदा प्रबंधक के माध्यम से घोड़ी की मौत पर आर्थिक राहत प्रदान की जाए। क्योंकि शादी-समारोह में घोड़ी ही एक मात्र कमाई का जरिया थी।