देहरादून: भाजपा ने कहा कि कांग्रेस सरकार मे अवैध शराब और नशे का कारोबार फला फुला ही नही, बल्कि सरकार अवैध नशे के कारोबार मे पार्टनर रही है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने पूर्व सीएम हरीश रावत के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि उस काल मे तो प्रदेश की शराब नीति माफिया ही तैयार करते थे। उस काल मे आबकारी का स्टिंग ऑपरेशन इसका सुबूत है और किस तरह माफियाओं का दखल सरकार मे था यह सामने आ गया था। उन्होंने कहा कि बहुचर्चित शराब डेनिस घोटाले ने सरकार की पोल खोलकर रख दी कि सरकार कितनी माफियापरस्त रही है। तब सरकार युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के बजाय नशाखोरी को बढावा दे रही थी। गुणवत्ताविहीन शराब स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने जैसा था, लेकिन सरकार खुद को सही साबित होने का दावा करती रही।
चौहान ने कहा शराब माफियाओं को ही नही, बल्कि नशीली दवाओं के कारोबार से लेकर अन्य क्षेत्रों मे भी माफिया हावी हो गए। दूसरे राज्यो से भी शराब की बेरोकटोक सप्लाई तस्कर करते रहे और सरकार मूकदर्शक बनी रही। कायदे कानून माफियाओं के अनुसार चलते रहे।
उन्होंने कहा कि आज प्रदेश मे कानून का राज है और अपराध पर अंकुश के लिए पुलिस को बिना दबाव मे कार्य करने के लिए खुली छुट है। नशा तस्करो के खिलाफ कार्यवाही के लिए एसटीएफ की अलग विंग गठित है और जिम्मेदारी तय की गयी है। उन्होंने कहा कि आज कानून तोड़ने वालों को कानून के दायरे मे लाने के लिए बिना दबाव और निष्पक्ष रूप से सरकार कार्य कर रही है। वही पहले माफियाओं को सरंक्षण देने वाले अब नीति ज्ञान का वाचन कर रहे है जो कि हास्यास्पद है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज मे बढ़ती माफिया संस्कृति के कारण ही जनता ने उसे हासिये पर धकेल दिया।