कानपुर: सड़क हादसे में मृत युवक की सांसें रविवार रात पोस्टमॉर्टम हाउस में अचानक चलने लगीं। इस पर परिजनों ने सील शव को निकाला और हैलट ले गए। वहां करीब सवा दो घंटे ऑब्जर्वेशन में रखने के बाद उसे फिर मृत घोषित कर दिया गया। गुजैनी के पिपौरी निवासी इकबाल हुसैन का बेटा अहमद (20) डीजे बजाता था। शनिवार को वह एक कार्यक्रम में डीजे बजाने बिधनू गया था। देर शाम लौटते समय पिकअप पर लदे डीजे के बॉक्स पर बैठा था। मंझावन में पिकअप की टक्कर एक लोडर से हो गई, जिससे अहमद नीचे गिरकर घायल हो गया। पुलिस ने उसे बिधनू सीएचसी भेजा, जहां मृत घोषित कर दिया गया। इस पर शव सील करके पोस्टमॉर्टम के लिए भेज कर पुलिस ने परिजनों को घटना की जानकारी दी। रात में परिजन पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे और मां बदरून्निशां शव से लिपटकर रोने लगीं। तभी उन्हें महसूस हुआ कि बेटे की सांस चल रही है। प्लास्टिक बैग पर भाप भी जमी हुई थी। आनन-फानन में परिजनों ने बैग में लगी सील तोड़ते हुए शव निकाल लिया और हैलट ले गए, जहां उसका पर्चा बनवाया गया और इलाज शुरू हुआ। परिजनों का कहना है कि हैलट में बेटे का इलाज करीब सवा दो घंटे चला। रात 11 बजे के करीब उसने दम तोड़ दिया। साथ ही सीएचसी में डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया। वहीं हैलट में ड्यूटी कर रहे ईएमओ ने पूरी घटना को वहम बताया है।
देर शाम युवक को इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था। उसका ईसीजी और पल्स कई बार चेक किया गया। उसमें किसी प्रकार का मूवमेंट नहीं था। परिजनों को महज वहम हुआ था। उनकी संतुष्टि के लिए प्रयास किए गए थे। कुछ देर बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया था।
डॉ. अनुराग राजौरिया, ईएमओ, हैलट