गाजियाबाद : दिल्ली एनसीआर की महिलाओं को इन दिनों एक गैंग से सावधान रहने की जरूरत है, जो तारीफ करके उनकी ज्वेलरी पर हाथ साफ कर देता है. इस गैंग का सरगना युवक है, लेकिन वारदात को अंजाम देने के लिए महिलाओं का इस्तेमाल करता है. मामला गाजियाबाद के खोड़ा इलाके का है. एसीपी स्वतंत्र सिंह के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों अलग-अलग थाना क्षेत्रों में टप्पेबाजी की खबरें मिल रही थीं, जिसके बाद कई टीमों का गठन किया गया. मुखबिर की सूचना पर इंदिरापुरम बाईपास के नीचे से खोड़ा पुलिस ने एक गैंग को पकड़ा. यह गैंग बेहद शातिर है. टप्पेबाजी की वारदात को अंजाम देने के लिए इसने दिल्ली से लेकर उत्तराखंड तक अपना जाल फैलाया हुआ था. दिल्ली पुलिस भी 2 मामलों में आरोपियों की तलाश कर रही थी. इस मामले में पकड़े गए पांच आरोपियों में से एक का नाम रामा है, जो इस गैंग का सरगना है और उसकी मुख्य साथी लक्ष्मी है. इसके अलावा इस गैंग में 3 लड़के शामिल हैं, जो छोटे लड़कों जैसे नजर आते हैं. सड़क पर आरोपी खुद को एक फैमिली की तरह दर्शाते हैं और लोगों से ठगी करते हैं. इनका ठगी करने का तरीका बेहद अलग है. लोग इनकी करतूत को समझ नहीं पाते और इनका शिकार बन जाते हैं.
एसीपी स्वतंत्र सिंह के मुताबिक, आरोपी टप्पेबाज हैं. इनके पास नोटों की ऐसी गड्डियां होती हैं, जिनमें ऊपर और नीचे का नोट असली होता है और गड्डी के बीच के नोट के रूप में सिर्फ कागज के टुकड़े होते हैं. उसी गड्डी से ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं. गैंग की मुख्य सदस्य लक्ष्मी सड़क पर उन महिलाओं को चिन्हित करती है, जो ज्वेलरी पहनी हुई होती हैं. इसके बाद लक्ष्मी उन महिलाओं से कहती है कि तुम्हारे कान के कुंडल या फिर गले की चेन बहुत अच्छी लग रही है. उस महिला को नोटों की गड्डी दिखाकर कहा जाता है कि अगर आप अपने सोने की चेन मुझे दे देंगे तो हम पूरी नोटों की गड्डी आपको दे देंगे. सोने की बालियां, चेन की असली कीमत से कई गुना ज्यादा कीमत उसको (शिकार महिला को) ऑफर की जाती है. उसके गहनों की इतनी तारीफ कर दी जाती है कि वह महिला झांसे में आ जाती है. फिर नकली नोट देकर आरोपी अपने शिकार से गहने लेकर फरार हो जाते हैं. जब तक महिला कुछ समझ पाती तब तक आरोपी दूर जा चुके होते हैं.