दिल्ली: दिल्ली में मच्छर मारने वाली कॉइल जलाकर सोने से दुर्घटना हो गई. यहां एक ही परिवार के छह लोगों की दम घुटने से मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक शास्त्री पार्क इलाके में एक परिवार कॉइल जलाकर सो रहा था. तभी कॉइल किसी समय रात में एक गद्दे पर गिर गई, जिससे पूरे कमरे में धुआं फैल गया और वहां सो रहे छह लोगों की मौत हो गई. वहीं दो सदस्यों की हालत गंभीर बताई जा रही है. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है.
आई टी जी क्राइम हिमांशु मिश्रा ने बताया सुबह करीब 9 बजे थाना शास्त्री पार्क में पीसीआर कॉल आई कि शास्त्री पार्क में मच्छी मार्केट में एक घर में आग लग गई है. पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को जग प्रवेश चंद्र अस्पताल में भर्ती कराया. उन्होंने बताया कि घटना में 9 लोग जख्मी हुए थे. फिलहाल पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है.
पुलिस ने अपनी प्राथमिक जांच में पाया कि जलती हुई मच्छर माने वाली कॉइल रात में किसी समय एक गद्दे के ऊपर गिर गई थी, जिससे जहरीले धुआं पूरे कमरे में फैला गया और वहां सो रहे लोग बेहोश हो गए. बाद में दम घुटने से उनकी मौत हो गई. फिलहाल मामले की जांच जारी है. वहीं फायर ब्रिगेड को भी घटना की सूचना दी गई. दमकल की गाड़ियों ने मौके पर पहुंच कर घर में लगी आग को बुझा दिया है.
डेढ़ साल के बच्चे की भी मौत
पुलिस ने बताया कि इस घटना में जलने और दम घुटने से 6 लोगों की मौत हो गई है. मरने वालों में 4 पुरुष, 1 महिला और 1 डेढ़ साल का बच्चा है. वहीं आग से बुरी तरह झुलसे दो लोगों का इलाज चल रहा है. झुलसे लोगों में एक 15 साल की लड़की और एक 45 साल का पुरुष है. इसके अलावा करीब 22 साल के एक युवक को प्राथमिक उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है. जानकारी के मुताबिक अज़मत, हमज़ा, जाहिदा, दानिश, निशाद और फैजुल की मौत हो गई है. इसके अलावा सोनी और जियारुल का इलाज चल रहा है.
कॉइल जलाकर सोना इसलिए खतरनाक
मच्छर भगाने वाली कॉइल में डीडीटी, अन्य कार्बन फॉस्फोरस और खतरनाक तत्व होते हैं. बंद कमरे में मॉस्किटो कॉइल जलाकर सोने से कमरे के अंदर की गैस बाहर नहीं निकल पाती. कॉइल जलते रहने से पूरे कमरे में कार्बन मोनोक्साइड भर जाती है. कमरे में ऑक्सीजन की मात्रा घट गई. धीरे-धीरे कार्बन मोनोक्साइड व्यक्ति के शरीर में भर जाती है, जिससे उसे सांस लेने में तकलीफ होती है और दम घुटने से मौत की आशंका बढ़ जाती है. एक रिसर्च के मुताबिक एक कॉइल 100 सिगरेट के बराबर खतरनाक है. इसमें से करीब पीएम 2.5 धुआं निकलता है, शरीर के लिए बेहद नुकसानदायक होता है.