मऊ: यूपी के अमेठी के रहने वाले आरिफ और सारस की दोस्ती बीते दिनों काफी चर्चा में रही थी और हालही में आरिफ कानपुर के चिड़ियाघर में सारस से मिलने भी गए थे। इसको लेकर कई राजनेताओं के बयान भी सामने आए और योगी सरकार पर निशाना भी साधा गया। इस बीच सारस और एक और शख्स की दोस्ती का वीडियो सामने आया है। ये शख्स मऊ के रामसमुज यादव हैं और उनकी भी एक सारस से दोस्ती चर्चा में है। वीडियो में दिख रहा है कि सारस और रामसमुज एक-दूसरे के साथ खेल रहे हैं और जब रामसमुज आगे की तरफ भागते हैं तो सारस उनके पीछे-पीछे भागता है। रामसमुज ने बताया, ‘मैंने इस सारस से खेत में मिला, जहां मैंने इसको एक बार खाना खिलाया था। शुरू में 2 बार इसको खाना-पानी देने के बाद ये बार-बार मेरे पास आने लगा। यह गांव में खुलेआम घूमता है।’
#WATCH | Heartwarming bonhomie between a Sarus crane and Mau's Ramsamuj Yadav in Uttar Pradesh
I had found it on the farm where I had fed it once. After feeding it twice initially, it started to come to me repeatedly. It roams around freely in the village: Ramsamuj Yadav pic.twitter.com/W9Fw3Ozwdu
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 15, 2023
आरिफ और सारस की दोस्ती का क्या है मामला?
सारस और आरिफ की दोस्ती के बारे में दुनियाभर में चर्चा हुई थी। दरअसल यूपी के अमेठी के रहने वाले आरिफ और सारस के बीच दोस्ती के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। हालांकि बाद में ये दोनों आपस में बिछड़ गए और सारस को कानपुर के चिड़ियाघर में रख दिया गया। यूपी की राजनीति में भी इस मामले की काफी चर्चा हुई और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने इस मामले को लेकर योगी सरकार को भी घेरा। बता दें कि वन विभाग ने आरिफ के पास से सारस को ले लिया था।
अगस्त 2022 में आरिफ खान को खेतों में ये सारस मिला था। सारस पूरी तरह से घायल था। आरिफ ने सारस का इलाज करवाया, जिसके बाद ये सारस घर में ही रहने लगा। घरवालों को लगा कि वह ठीक होकर उड़ जाएगा लेकिन सारस ने आरिफ को छोड़ने का नाम नहीं लिया। दोनों के बीच पक्की दोस्ती हो गई। हालात ऐसे हो गए कि आरिफ जहां भी जाता, सारस उनके पीछे लग जाता। लेकिन जब वन विभाग की टीम को सारस के बारे में पता लगा तो वह इसे ले गए।
आरिफ के बाद अफरोज पर भी दर्ज हुआ था सारस रखने का मामला
आरिफ के बाद सुल्तानपुर के अफरोज पर सारस रखने का मामला दर्ज किया गया था। पिछले साल सितंबर महीने से एक सारस 27 साल के मोहम्मद अफरोज के साथ रहता था। यह सारस उड़कर अफरोज के गांव के मछली के तालाब में आया और उनके साथ ही रहने लगा था। अफरोज पर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के प्रावधानों के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया था। एक सोशल मीडिया पोस्ट में अफरोज और सारस के रिश्ते को दिखाया गया था। इस पोस्ट के वायरल होने के बाद वन विभाग की तरफ से अफरोज पर मामला दर्ज किया गया और सारस को ले जाया गया। यानी अब मऊ के रामसमुज यादव और सारस की दोस्ती का ये तीसरा मामला है। देखना ये होगा कि वन विभाग की टीम इस मामले में क्या कार्रवाई करती है।