लखनऊ: पूर्व सांसद अतीक अहमद की पत्नी का कथिततौर पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को लिखा एक पत्र सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस पत्र में शाइस्ता ने लिखा है कि उनके पति अतीक अहदम और देवर अशरफ के खिलाफ तमाम गंभीर साजिश रची जा रही हैं। इस साजिश के तहत ही उन्हें मारा भी जा सकता है।
उमेश पाल की हत्या को लेकर भी उठाया सवाल
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस लेटर को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह शाइस्ता परवीन ने सीएम योगी को लिखा था। हालांकि यह पत्र अतीक अहमद और अशरफ की हत्या होने के बाद वायरल हो रहा है। पत्र में अतीक अहमद और उसके परिवार के सदस्यों को 24 फरवरी 2023 को हुई उमेश पाल की हत्या मामले में नामजद किए जाने को लेकर भी सवाल उठाया गया है। इसी के साथ इसे गंभीर साजिश बताया गया है।
माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता का सीएम योगी को लिखा पत्र हुआ वायरल pic.twitter.com/RjRCNRKCPD
— Gaurav Shukla (@shuklaagaurav) April 18, 2023
पत्र में अधिकारियों का नाम लेकर लगाया गया आरोप
वायरल हो रहे लेटर में लिखा गया है कि, ‘उमेश पाल की हत्या में मेरे परिवार को शूटर बताया गया, जबकि यह आरोप निराधार हैं। सत्यता ये है कि जबसे बहुजन समाज पार्टी से मुझे प्रयागराज से महापौर का प्रत्याशी घोषित किया गया तबसे यहां के एक स्थानीय नेता आपकी सरकार में काबीना मंत्री ने महापौर पद अपने पास रखे रहने के लिए हम लोगों को चुनावों से दूर रखने की साजिश रचना शुरू कर दिया था और उसी साजिश के परिड़ाम स्वरूप एक ऐसे व्यक्ति की हत्या करवाई गई। जिसकी हत्या का आरोप मेरे पति पर लगना अवश्यमभावी था। आपको अवगत करवाना है कि स्वर्गीय उमेश पाल राजूपाल हत्याकांड में गवाह नही थे वो अपराध संख्या 270/2007 थाना धूमनगंज प्रयागराज में दर्ज करवाए गए अपहरण के मुकदमे के वादी थे जिसमे उनकी गवाही 16 एवम 17 अगस्त 2016 को अदालत में दर्ज हो चुकी है मेरे पति या मेरे देवर के पास उनकी हत्या करवाने का कोई मकसद नही था ये एक गंभीर राजनीतिक साजिश है जिसका पर्दाफाश स्वतंत्र एवम निष्पक्ष जांच से ही संभव है क्योंकि प्रयागराज पुलिस पूरी तरह से आपके मंत्री के दबाव में काम कर रही है एवम मुकदमे में रिमांड के बहाने मेरे पति अतीक अहमद और मेरे देवर अशरफ को क्रमश अहमदाबाद जेल और बरेली जेल से बुलवाकर रास्ते में हत्या करवाने की साजिश है इसमें प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा एवम आई0जी0 एस0टी0एफ0 अमिताभ यश जो कि अतीक अहमद के विरोधियों से उनकी हत्या की सुपारी बहुत पहले से लिए बैठे हैं आपके द्वारा मिट्टी में मिला देने वाले बयान से इन पुलिस अधिकारियों को मेरे पति और देवर की हत्या की साजिश को अंजाम देने का पूरी तरह से अवसर मिल गया है यदि आपने दखल नहीं दिया तो मेरे पति और देवर तथा पुत्रों की हत्या हो जायेगी।’
नाबालिग पुत्रों की रिहाई की भी लगाई गई गुहार
कथिततौर पर शाइस्ता की ओर से लिखे गए वायरल हो रहे इस लेटर में आगे लिखा गया कि, ‘उच्चतम न्यायालय ने 23 अप्रैल 2019 को मेरे पति अतीक अहमद को गुजरात के ऐसे जेल में रखने का आदेश पारित किया है जहां वीडियो कांफ्रेंसिंग की सुविधा हो तबसे मेरे पति के समस्त मुकदमों की कार्यवाही वीडियो कांफ्रेंसिंग से ही हो रही है इस वर्तमान मुकदमा अपराध संख्या 114 / 2023 थाना धूमनगंज प्रयागराज में यदि न्यायिक अभिरक्षा की आवश्यकता है भी तो पूर्व की भांति मेरे पति और देवर तथा पुत्रों का न्यायिक अभिरक्षा वारंट ज़रिए वीडियो कांफ्रेंसिंग बनवाया जा सकता है। कई कई साल से जेल में बंद व्यक्ति अपराध से संबंधित कोई सामग्री आला ए कत्ल अथवा अन्य कोई चीज बरामद नही करवा सकता अगर साजिश के विषय में पूछताछ करनी है तो उसे जेल परिसर में भी पूछताछ की जा सकती है। अतः आपसे सादर ससम्मान प्रार्थना है कि उपरोक्त मुकदमा अपराध संख्या 114 सन 2023 धारा 147, 148, 149, 302, 307, 120बी, 506, 34 आई०पी०सी० धारा 3 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1908 एवम 7 सी0एल0ए0 एक्ट थाना धूमनगंज प्रयागराज की निष्पक्ष विवेचना सी०बी०आई० द्वारा करवाने एवम किसी भी दशा में मेरे पति अतीक अहमद देवर खालिद अजीम उर्फ अशरफ् एवम पुत्र मोहम्मद उमर एवम मोहम्मद अली अहमद को जेल से न निकालने समस्त न्यायिक कार्यवाही वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से करवाने अथवा जेल परिसर में ही करवाने एवम 24 फरवरी शाम से लगातार अवैध पुलिस अभिरक्षा में में निरुद्ध मेरे नाबालिग पुत्रों को अविलंब रिहा करने के लिए उचित आवश्यक एवम प्रभावी आदेश पारित करने की कृपा करें अति कृपा होगी।’