देहरादून: कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के निधन के बाद उत्तराखंड की धामी सरकार में मंत्री पद की एक और कुर्सी समेत चार कुर्सियां खाली हो गई है। जिसे आने वाले दिनों में सीएम धामी को भरना होगा। ऐसे में सीएम एक कुर्सी पर ही किसी की जिम्मेदारी तय करेंगे या फिर चार नए चेहरों को जगह देंगे, इसके लिए अभी इंतजार करना होगा। इस बीच मंत्रियों के परफोर्मेंस को देखकर मंत्रिमंडल में फेरबदल की भी अंदरखाने चर्चा है।
सात चेहरे मंत्री पद की कुर्सी संभाले हुए
उत्तराखंड की धामी सरकार में सतपाल महाराज, प्रेमचंद अग्रवाल, गणेश जोशी, धन सिंह रावत, सुबोध उनियाल, रेखा आर्य, सौरभ बहुगुणा सात चेहरे मंत्री पद की कुर्सी संभाले हुए हैं। इनमें गढ़वाल मंडल से सतपाल महाराज, धन सिंह रावत पौड़ी जिले, सुबोध उनियाल टिहरी, गणेश जोशी, प्रेमचंद अग्रवाल देहरादून,कुमाऊँ मंडल से रेखा आर्य अल्मोड़ा जिले और सौरभ बहुगुणा तराई के उधमसिंह नगर जिले से मंत्री हैं।
गढ़वाल के तीन जिले, कुमाऊँ से दो जिलों को प्रतिनिधित्व
इस तरह से कैबिनेट में गढ़वाल के तीन जिले और कुमाऊँ मंडल से दो जिलों को ही प्रतिनिधित्व मिला हुआ है। कैबिनेट में अभी चार सीटें बची हुई हैं। जिन जिलों को प्रतिनिधित्व का इंतजार है, उनमें उत्तरकाशी, रूद्रप्रयाग, चमोली, हरिद्वार, पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल जिले शामिल है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद चंपावत जिले का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। चंदनराम दास के निधन के बाद बागेश्वर जिले का प्रतिनिधित्व भी खत्म हो गया है।
चुनावों को देखते हुए हो सकता है निर्णय
अब ऐसे में कैबिनेट मंत्री के लिए किस चेहरे को किस जिले से प्रतिनिधित्व मिलता है। इसके लिए अभी इंतजार करना पड़ सकता है। हालांकि निकाय और लोकसभा चुनावों को देखते हुए सरकार जल्द ही इस पर निर्णय ले सकती है। चंदन राम दास के निधन के बाद खाली हुई एक सीट पर दलित चेहरे को ही मौका दे सकती है। इसके साथ ही पुराने दिग्गज और सीनियर विधायकों को धामी मंत्रिमंडल में एक बार फिर मौका मिल सकता है।
ये हैं दावेदार
जिन नामों की अभी से चर्चा हो रही है, उनमें बिशन सिंह चुुफाल, बंशीधर भगत, उमेश शर्मा काउ, मुन्ना सिंह चौहान, खजानदास के नामों की चर्चा लंबे समय से चली आ रही है। ऐसे में एक सीट पर इनमें से किसी को जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। हालांकि सीएम एक सीट पर ही किसी को बैठाते हैं या फिर चार नए चेहरे शामिल होते हैं, इसका भी सभी को इंतजार रहेगा।