नई दिल्ली : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने 2 हजार रुपये के नोट को शुक्रवार को चलन से वापस लेने का फैसला लिया है और बैंकों को निर्देश दिए हैं कि वो अब 2000 रुपए का नोट जारी करना तत्काल रोक दें। आरबीआई के इस अचानक आए फैसले के पर अब राजनेताओं की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं। पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने इस बारे में मोदी सरकार पर तंज कसा है।
उन्होंने ट्वीट किया है कि ‘नोटबंदी एक बार फिर पूरी तरह से आ गई है, मुझे पूरी उम्मीद थी कि आरबीाआई 2000 का नोट जरूर वापस लेगा, मुझे नहीं लगता कि 2 हजार रुपये का नोट शायद ही लेने-देन का सही माध्यम था, साल 2016 में जब ये जारी हुआ था तब ही हमने इसके बारे में यही कहा था और आज हम सही साबित हुए।’ उन्होंने आगे लिखा है कि’ सच तो ये है कि मोदी सरकार 2 हजार रुपये का नोट नोटबंदी के मूर्खतापूर्ण फैसले को छिपाने के लिए लाई थी।’
As expected, the government/RBI have withdrawn the Rs 2000 note and given time until September 30 to exchange the notes
The Rs 2000 note is hardly a popular medium of exchange. We said this in November 2016 and we have been proved correct
The Rs 2000 note was a band-aid to…
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) May 19, 2023
1000 रुपये का नोट वापस चलन में आ जाए…
चिंदबरम ने अपने लंबे ट्वीट में ये भी लिखा है कि ‘इसलिए आऱबीआई पर दवाब बनाकर 500 का नोट वापस लाया गया और मुझे कतई अचरज ना होगा कि एक बार फिर से 1000 रुपये का नोट वापस चलन में आ जाएं। सच तो ये है कि इस नोट का इस्तेमाल लोग केवल ब्लैक मनी के लिए कर रहे थे। ‘
‘क्लीन नोट पॉलिसी‘
बता दें कि रिजर्व बैंक ने ‘क्लीन नोट पॉलिसी’ के तहत 2000 के नोट को वापस लेने का फैसला लिया है। इस फैसले के तहत 23 मई 2023 से किसी भी बैंक में अब 2000 के नोट बदले जा सकते हैं और नोट बदलने की सीमा 20,000 रुपये है यानी कि एक बार में 20 हजार रुपये के नोट ही चेंज हो सकते हैं। हालांकि जो नोट प्रचलन में हैं उनसे लेने -देन के काम होंगे लेकिन उन्हें आप 30 सितंबर तक बैंक में जमा कर सकते हैं।