पटना: बिहार की राजधानी पटना (Patna) में पुलिस ने नकली नोट (Fake Currency) बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. हैरानी की बात ये है कि इस धंधे में बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन (BPSC) की तैयारी कर रहे छात्र शामिल हैं. मामला श्रीकृष्णापुरी थाना क्षेत्र के आनंदपुरी इलाके का है. यहां राजाराम अपार्टमेंट के एक फ्लैट में पुलिस (Police) ने लाखों रुपए के जाली नोट बरामद किए हैं. पटना (Patna) में पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि श्रीकृष्णापुरी के एक अपार्टमेंट में नकली नोट (Fake Currency) का अवैध धंधा चल रहा है. पुलिस ने सोमवार को वहां छापेमारी की और 1 लाख 77 हजार के नकली नोट बरामद किए. साथ ही गिरोह में शामिल बीपीएससी की तैयारी कर रहे दो छात्रों को गिरफ्तार किया है.
नकली नोट के साथ-साथ पुलिस को शराब की भी कई बोतलें मिली हैं. बताया जा रहा है कि अवैध शराब का भी यहां धंधा किया जा रहा था. जानकारी के मुताबिक, गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने सोमवार को राजाराम अपार्टमेंट में छापेमारी की. उन्होंने नकली नोट का धंधा करने वाले दो छात्रों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने अपार्टमेंट से 1 लाख 77 हजार के नकली नोट बरामद किए हैं. सभी नकली नोट 500 और 200 के हैं. इसी के साथ आधे छपे नकली नोट, प्रिंटर, केमिकल, और जाली नोट के कागज के बंडल भी पुलिस ने यहां से जब्त कर लिए हैं.
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान नवादा निवासी रत्न यादव और कटिहार निवासी याकूब खान के रूप में हुई. पुलिस के मुताबिक, जब वे छापेमारी के लिए अपार्टमेंट में पहुंची तो उन्हें देखकर दोनों आरोपी अपार्टमेंट से नीचे कूद गए. ऊंचाई ज्यादा होने के कारण दोनों को काफी चोट भी लगी. पुलिस ने तुरंत उन्हें गिरफ्तार किया और अस्पताल लेकर पहुंची. ताकि उनका पहले इलाज करवाया जा सके.
BPSC की तैयारी कर रहे हैं छात्र
पूछताछ के दौरान पुलिस ने बताया कि दोनों ही स्टूडेंट हैं और वे BPSC की तैयारी कर रहे हैं. फिलहाल उनसे पूछताछ जारी है. पता लगाया जा रहा है कि कहीं और छात्र भी इस गिरोह में शामिल तो नहीं.
वैशाली में नकली नोट गिरोह का भंडाफोड़
इससे पहले वैशाली में नकली नोट गिरोह का भंडाफोड़ हुआ था. गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी करने पहुंची पुलिस ने 6 लोगों को हिरासत में लिया. मौके से नोट गिनने की मशीन और रुपए का बंडल मिला. रुपए के बंडल में ऊपर-नीचे असली नोट था, लेकिन बंडल के बीच में नकली नोट के साथ साथ कागज लगा रखा था.
मामला सराय थाना क्षेत्र के पुरानी बाजार का है. दरअसल, डीएसपी ओम प्रकाश को गुप्त सूचना मिली थी. इस सूचना के आधार पर स्पेशल टीम बनाई गई, जिसने यह छापेमारी की.