देहरादून: उत्तराखंड कांग्रेस ने सरकार पर स्पर्श सेनेटरी नैपकिन को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. इसके साथ ही कांग्रेस ने महिला एवं बाल विकास विभाग पर महिला सशक्तिकरण के नाम पर प्रदेश की महिलाओं की आंखों में धूल झोंकने का भी आरोप लगाया है. कांग्रेस का कहना है कि सरकार ने आंगनबाड़ी केंद्रों की महिलाओं पर जबरदस्ती सेनेटरी नैपकिन को लेकर आदेश थोपे हुए हैं.
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा जबरन आंगनबाड़ी केंद्र की महिलाओं को अपने केंद्रों पर सेनेटरी नैपकिन बेचने के आदेश दिए गए हैं. जिसमें 5 रुपए नैपकिन का मुनाफा सरकार को देने और एक रुपए खुद रखने को कहा गया है. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा पर्वतीय क्षेत्रों में आंगनबाड़ी केंद्रों तक पहुंचने के लिए 8 से 9 किलोमीटर सर पर गत्ते का कार्टन लेकर महिलाएं आंगनबाड़ी केंद्रों तक सेनेटरी नैपकिन पहुंचाती हैं, जबकि इसके बदले में सरकार उनको सिर्फ एक रुपए का ही मुनाफा देती है, जो जायज नहीं है.
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा विगत वर्ष मुख्यमंत्री आवास में एक समारोह आयोजित किया गया था, जिसमें प्रदेश के कोने-कोने से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को बुलाया गया था।. कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का सम्मान तो दूर की बात है समारोह में मुख्यमंत्री और विभागीय मंत्री रेखा आर्य चांदी का मुकुट पहने हुए मंच पर नजर आई. उन्होंने कहा सम्मान समारोह किसका था और मुकुट किसने किसको भेंट किया, इस पर प्रश्न चिन्ह है. उन्होंने कहा समारोह का उल्लेख करना इसलिए जरूरी था क्योंकि इस समारोह के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने सार्वजनिक रूप से घोषणा की थी कि प्रदेश की बेटियों को आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से मुफ्त सैनिटरी नैपकिन वितरित किए जाएंगे, मगर स्पर्श नाम से सेनेटरी नैपकिन के पैकेट आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों पर बिक्री के लिए थोप दिए गये है.
कांग्रेस ने उठाये गुणवत्ता पर सवाल: इतना ही नहीं कांग्रेस ने सेनेटरी नैपकिन की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए हैं. कांग्रेस ने कहा नैपकिन की गुणवत्ता इतनी खराब है कि महिलाओं और बच्चियों ने इन्हें खरीदने से ये कहकर इंकार कर दिया कि यदि सरकार से नैपकिन पैसे में ही खरीदने हैं तो इनके बदले बाजार से ही अच्छी क्वालिटी के नैपकिन खरीदे जाएं. कांग्रेस ने विभागीय मंत्री पर भी अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया है.