नैनीताल: उत्तराखंड के नैनीताल जिले में गुलदार के खौफ से स्कूलों को बंद कर दिया गया है. वहीं मंदिरों में भी शाम पांच बजे के बाद श्रद्धालुओं की प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. गुलदार के आतंक देखते हुए ये फैसला लिया है. गुलदार की दस्तक के लोग काफी डरे हुए हैं.
गुलदार की दस्तक और दहशत का ये पूरा मामला नैनीताल जिले के गरमपानी क्षेत्र के काकड़ी घाट इलाके का है. दरअसल, हाल ही में इलाके में गुलदार देखा गया है, जिसके बाद से ग्रामीण काफी डरे हुए हैं. वहीं स्कूली बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए काकड़ी घाट क्षेत्र में प्राथमिक और जूनियर स्तर के स्कूलों को बंद कर दिया गया है. शिक्षा विभाग बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था कर रहा है.
इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी एस एस चौहान ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर गुलदार का आतंक कम होने तक स्कूल को बंद करने और छात्र-छात्राओं के लिए ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था करने की बात कही है. खंड शिक्षा अधिकारी ने स्कूल समन्वयक को निर्देश जारी छात्र-छात्राओं की सुविधा के लिए ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं.
वहीं, गुलदार के आतंक को देखते हुए काकड़ी घाट क्षेत्र में बने सभी मंदिरों की कमेटी ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वो शाम को पांच बजे के बाद मंदिर न आएं. श्रद्धालुओं को शाम पांच बजे के बाद मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा.
बता दें कि कुछ दिनों पहले ही गुलदार ने गांव की सड़क पर स्थानीय निवासी जीवन सिंह पर हमला किया था, जिससे जीवन सिंह की मौत हो गई थी. बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद से ही गुलदार आदमखोर हो गया. गुलदार स्कूल और मंदिर के आसपास के क्षेत्र में कई बार घूमता हुआ देखा गया है, जिससे पूरे इलाके में दहश्त का माहौल है. क्षेत्रीय निवासी भागवत जनतावल ने स्थानीय लोगों की जान पर मंडरा रहे खतरे को देखते हुए वन विभाग से क्षेत्र में पिंजरा लगाकर गुलदार को पकड़ने की मांग की है.