देहरादून: देवभूमि उत्तराखंड के सामने कई घटनाएं अग्निपरीक्षा की तरह सामने आईं। झकझोर देने वाली इन घटनाओं का देवभूमि के लोगों ने जमकर लोहा लिया और डटकर मुकाबला किया। चुनौतियों से पार पाने के बाद राज्य ने जब-जब सफलता को चूमा देश और दुनिया ने देवभूमि के पुरुषार्थ को जाना और माना।
भौगोलिक कठिनाइयों से घिरे राज्य में वर्ष 2023 की शुरुआत जोशीमठ भू-धंसाव जैसी आपदा से हुई और उतार सिलक्यारा सुरंग हादसे से हुआ। आपदाओं की इन चुनौतियों के बीच करंट से 15 लोगों के मारे जाने की दुर्घटना ने उत्तराखंड को हिलाकर रख दिया। अग्निपरीक्षाओं के इन झोकों के बीच-बीच में कामयाबी की जो बयार चली, उनसे कुछ सुकून भी मिला।
धंसने लगी जोशीमठ की जमीन
जोशीमठ नगर में भू-धंसाव की घटना ने राज्य से लेकर केंद्र सरकार तक को चिंता में डाल दिया। नगर में स्थित 700 से अधिक घरों में दरारें आ चुकी थीं। अलग-अलग केंद्रीय संस्थानों की टीमों के जमीनी अध्ययन के बाद जोशीमठ के पुनर्निर्माण की कार्ययोजना तैयार हुई। केंद्र सरकार ने 1658 करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज को मंजूरी दी है।
सिलक्यारा टनल से सुरक्षित बचाईं 41 जिंदगियां
उत्तरकाशी के सिलक्यारा में निर्माणाधीन टनल में फंसे 41 मजदूरों की जिंदगी बचाने के लिए 17 दिन तक चले बचाव अभियान ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी खींचा। पीएम मोदी से लेकर सीएम धामी तक इस संयुक्त ऑपरेशन का हिस्सा बनें। साझा कोशिशें रंग लाईं और सभी 41 मजदूर सुरक्षित बाहर निकाल लिए गए। इस सफल ऑपरेशन को पूरी दुनिया जाना और माना।
करंट से 15 की मौत ने झकझोर दिया
चमोली जिले में अलकनंदा नदी के किनारे ट्रांसफॉर्मर से फैले करंट की चपेट में आकर 15 लोगों की दर्दनाक मौत ने सबको झकझोर दिया। इनमें चार पुलिसकर्मी भी शामिल थे। इस हादसे से सबक लेते हुए ट्रांसफार्मर के संबंध में सरकार ने एसओपी जारी की।
निवेशकों ने किया उत्तराखंड का रुख
देश और दुनिया के निवेशकों ने उत्तराखंड का रुख किया। अगले पांच साल में राज्य की जीडीपी को दोगुना करने के लक्ष्य को साधने के लिए धामी सरकार ने निवेशक सम्मेलन किया। सरकार की नीतियों और लुभावने प्रस्तावों से निवेशकों में निवेशक इस कदर उत्साहित थे कि उन्होंने 3.54 लाख करोड़ रुपये के निवेश करार किए। इसमें 44 हजार करोड़ के करार की ग्राउंडिंग भी शुरू हो चुकी है।
चारधाम यात्रा का नया रिकॉर्ड
बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री की यात्रा के प्रति देश और दुनिया के श्रद्धालुओं की आस्था का यह करिश्मा था कि इस साल चारधाम यात्रा का रिकॉर्ड ही टूट गया। 50 लाख से अधिक यात्री चार धाम में दर्शन करने पहुंचे।
महिलाओं को मिला 30 प्रतिशत आरक्षण
एक याचिका पर कोर्ट की शासनादेश पर रोक के बाद सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए तय क्षैतिज आरक्षण पर संकट गहराया तो सरकार ने कानून बना दिया। विधानसभा में पारित विधेयक को राज्यपाल ने मंजूरी देकर क्षैतिज आरक्षण को बहाल कर दिया।
सबसे सख्त नकल विरोधी कानून
लोक सेवा आयोग और अधीनस्थ चयन आयोग की भर्तियों में सामने आए घोटालों से सबक लेते हुए धामी सरकार ने सबसे सख्त नकल विरोधी कानून बनाया और इसे लागू किया। इस कानून के तहत 10 करोड़ रुपये तक जुर्माना और नकल के दोषी को 10 साल तक की सजा का प्रावधान किया।
पीएम मोदी आदि कैलाश यात्रा को दी नई पहचान
पीएम नरेंद्र मोदी ने केदारखंड की तर्ज पर मानसखंड कॉरिडोर की शुरुआत जागेश्वर धाम और आदि कैलाश की दर्शन यात्रा से की। उनकी इस यात्रा से कुमाऊं के इन तीर्थ स्थानों को नई पहचान मिली।
जी-20 की सफल मेजबानी, चमका रामनगर-नरेंद्रनगर
उत्तराखंड जी-20 की तीन बैठकों की मेजबानी मिली। इनमें एक बैठक रामनगर और दो बैठकें नरेंद्रनगर में हुईं। करीब 20 देशों के प्रतिनिधि इन बैठकों के बहाने देवभूमि की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान से भी रूबरू हुए। इन आयोजनों के बहाने दोनों नगरों की अवस्थापना व्यवस्थाएं भी चकाचक हो गईं।
मूल निवास और भू-कानून का गरमाया मुद्दा
साल के आखिर में मूल निवास और सशक्त भू कानून की मांग के मुद्दे को लेकर राज्य के लोग सड़कों पर उतरे। सरकार को दोनों मुद्दों पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में एक कमेटी बनानी पड़ी। साथ ही यह आदेश जारी करना पड़ा कि जिन लोगों के पास मूल निवास प्रमाणपत्र है, उनसे स्थायी प्रमाणपत्र नहीं मांगा जाएगा।
इन फैसलों और घटनाओं से याद रहेगा 2023
- सरकारी भूमि पर अवैध कब्जों को हटाने के अभियान चलाया गया। 4000 हेक्टेयर भूमि कब्जा मुक्त कराई गई।
- सरकार ने तकनीकी पदों समेत समूह ग की सभी परीक्षाओं में साक्षात्कार की व्यवस्था को समाप्त कर बेरोजगारों को राहत दी।
- भर्ती परीक्षा में धांधली को लेकर बेरोजगारों के सड़क पर उतरकर आंदोलन करने, लाठीचार्ज और कई बेरोजगारों की गिरफ्तारी को लेकर भी सियासत खूब गरमाई।
- शांत उत्तरकाशी में एक धर्म विशेष के युवक पर एक नाबालिग को भगाने की घटना के बाद सांप्रदायिक तनाव की स्थिति बनीं। महापंचायत पर कोर्ट को रोक लगानी पड़ी।
- फर्जी रजिस्ट्री कांड का खुलासा हुआ। शहर के एक नामी अधिवक्ता समेत 13 आरोपियों पर मुकदमे दर्ज हुए।
- शहर के पॉश इलाके राजपुर रोड पर दिनदहाड़े पांच बदमाशों ने रिलायंस ज्वेलरी शो रूम में 20 करोड़ की डकैती डाली। इसे उत्तराखंड सबसे बड़ी डकैती बताया गया।
- हल्द्वानी में बनभूलपुरा में रेलवे विभाग ने अपनी भूमि पर कब्जे हटाने की कार्रवाई शुरू की तो वहां आंदोलन हो गया। 4,000 परिवारों के उजड़ने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट तक मामला गया। कोर्ट के दखल से अतिक्रमण हटाने का अभियान रुका।