हल्द्वानी: हल्द्वानी हिंसा का वाटेंड आरोपी अब्दुल मलिक आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. अब्दुल मलिक को उत्तराखंड पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है. उत्तराखंड पुलिस के प्रवक्ता नीलेश आनंद भरणे ने अब्दुल मलिक की गिरफ्तारी की पुष्टि की है. अब्दुल मलिक पर भीड़ को भड़काने और गलत तरीके से जमीन पर कब्जाने का आरोप है.. इसी मामले को लेकर पुलिस लंबे समय से अब्दुल मलिक को गिरफ्तार करने के लिए तमाम राज्यों में छानबीन कर रही थी. ऐसे में अब आखिरकार पुलिस ने हिंसा के आरोपी अब्दुल मलिक की गिरफ्तारी कर ली है.
Dehradun | Abdul Malik, the mastermind of the violence that took place on February 8 in Banbhoolpura, Haldwani, has been arrested by Uttarakhand Police from Delhi: PHQ spokesperson IG Nilesh Bharne
— ANI (@ANI) February 24, 2024
दरअसल पुलिस को इस हिंसा के वांछित आरोपी अब्दुल मलिक की तलाश थी, जिसे पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के अनुसार, पुलिस अब अब्दुल मलिक को उत्तराखंड ला रही है. मामले में अब्दुल मलिक से पूछताछ के बाद कई नए तथ्य सामने आ सकते हैं.
हल्द्वानी के बनभूलपुरा में 8 फरवरी को हुई हिंसा के बाद से ही अब्दुल मलिक फरार चल रहा था. पुलिस ने न केवल उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में बल्कि हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में डेरा डालकर अब्दुल मलिक की खोजबीन तेज कर दी थी. बताया जा रहा है कि उत्तराखंड पुलिस को अब्दुल मलिक के दिल्ली में कहीं छुपे होने की जानकारी मिली थी. इसी जानकारी के आधार पर पुलिस ने दिल्ली में दबिश देकर अब्दुल मलिक को गिरफ्तार किया है.
मामले में नैनीताल एसएसपी प्रहलाद मीणा ने ईटीवी भारत से बात की. नैनीताल एसएसपी प्रहलाद मीणा ने बताया अब्दुल मलिक को दिल्ली से गिरफ्तार किया है. अब्दुल मलिक को किसी ने दिल्ली में पनाह दे रखी थी. वह कौन लोग थे, कौन नहीं थे अभी इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं बता सकते. नैनीताल एसएसपी प्रहलाद मीणा ने बताया फिलहाल शाम तक उसे हल्द्वानी लाया जा रहा है. जिस टीम ने इसे पड़ा है उसमें चार लोग मौजूद थे. हमारी 8 टीमें देश के अलग-अलग हिस्सों में अब्दुल मलिक की तलाश कर रही थी. हल्द्वानी हिंसा मामले में अभी अब्दुल मलिक का बेटा फरार है. जिसकी तलाश की जा रही है.
इससे पहले अब्दुल मलिक के वकीलों ने भी गिरफ्तारी की सूचना दी थी. अब्दुल मलिक के अधिवक्ता अजय कुमार बहुगुणा और शैलभ पांडे ने बताया हल्द्वानी के सेशन कोर्ट में एक याचिका दाखिल की है. अब्दुल मलिक ने सेशन कोर्ट में एंटीसिपेटरी बेल यानी अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की है, जिसमें उसने गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग की है. अब्दुल मलिक के वकीलों ने बताया उत्तराखंड पुलिस ने उसे दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है. अधिवक्ताओं के मुताबिक, उत्तराखंड पुलिस अब्दुल मलिक को हल्द्वानी लेकर आ रही है.
गौर है कि, बनफूलपुरा में 8 फरवरी को हुई हिंसा में उपद्रवियों ने जमकर पथराव और आगजनी की, जिसमें 300 से अधिक लोग घायल हुए थे, जबकि आगजनी और हिंसा में 8 करोड़ से अधिक की सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचा है. पुलिस और उपद्रवियों के बीच हुई फायरिंग में पांच लोगों की जान भी गई है. हिंसा के अन्य आरोपियों की पुलिस धरपकड़ के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है. हिंसा का आरोपी वांटेड अब्दुल मलिक और उसका बेटा मोईद फरार चल रहे थे, जिसमें से अब्दुल मलिक की गिरफ्तारी की खबर आ रही है.
कौन है अब्दुल मलिक: हल्द्वानी हिंसा का आरोपी अब्दुल मलिक मुस्लिम समुदाय में बंजारा परिवार से आता है. उसकी प्रारंभिक शिक्षा हल्द्वानी में हुई. उसने बीए की शिक्षा नैनीताल से की है. अब्दुल मलिक के परिवार का पुराना काम चावल और अनाज बेचने था. वो अपने पिता के साथ चावल का कारोबार करता था. राजनीतिक पहुंच रखने वाले अब्दुल मलिक की समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी में भी पैठ बताई जाती है. उत्तर प्रदेश के जमाने में वो विधानसभा चुनाव लड़ चुका है. 1990 के दशक में खनन में भी अपना हाथ आजमा चुका है. अब्दुल मलिक रेलवे के ठेकेदारी में भी अपना हाथ आजमा चुका है. बताया जा रहा है कि अब्दुल मलिक के हरियाणा और चंडीगढ़ में भी कई कारोबार हैं.
नैनीताल एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा से मिली जानकारी के मुताबिक, अब्दुल मलिक 25 साल पहले हल्द्वानी के एक सपा नेता की हत्याकांड के मामले में वांटेड रह चुका है और सजा भी काट चुका है. अब्दुल मलिक के खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज हैं.