पिथौरागढ़: सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में सोमवार को ‘मुनस्यारी महोत्सव’ (Munsiyari Mahotsav) का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुभारंभ किया. इसके साथ ही स्थानीय उत्पादों को लेकर एक प्रदर्शनी भी लगाई की प्रदर्शनी हुई, जिसका मुख्यमंत्री ने अवलोकन भी किया.
मुनस्यारी जैसा जगह मिलना मुश्किल
मुनस्यारी महोत्सव में लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुनस्यारी को लेकर कहा कि ‘सार संसार एक मुनस्यार’ क्यों कहा जाता है, वह यहीं आकर समझा जा सकता है. मैं बचपन से ही यहां की प्राकृतिक सुंदरता से आकर्षित रहा हूं. कुछ दिन यहां रह जाओ तो यहां से जाने का मन ही नहीं करता. क्योंकि मुनस्यारी जैसी जगह पूरे विश्व में मिलना मुश्किल है. सीएम धामी ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि युवा पीढ़ी इस क्षेत्र की महान विभूतियों के पदचिन्हों पर चलें, इन लोगों ने अनेकों-अनेक ख्याति प्राप्त की है, जो हमें गौरवान्वित करती है. पूरे उत्तराखंड में मुनस्यारी शिक्षा के क्षेत्र में ध्वजवाहक है.
इसके अलावा सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पिथौरागढ़ में ‘मुनस्यारी महोत्सव’ का शुभारम्भ एवं स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी के कार्यक्रम के दौरान पिथौरागढ़ में जल्द ही मेडिकल कॉलेज शुरू करने और मुनस्यारी में जल्द ही एकलव्य विद्यालय खोले जाने की बात कही है. सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माणा में कहा था कि भारत के सीमांत के जो क्षेत्र हैं, वे अंतिम गांव नहीं, बल्कि प्रथम गांव कहलाए जाएंगे. पिथौरागढ़ में जल्द ही मेडिकल कॉलेज शुरू हो जाएगा. उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए हम प्रयासरत हैं. हमने रोडमैप बनाया है कि 2025 तक हम देश के अग्रणी राज्यों में शामिल होंगे. मुनस्यारी में जल्द ही एकलव्य विद्यालय खोला जाएगा, साथ ही नगर पंचायत भी बनाई जाएगी.
स्थानीय लोगों की सुनीं समस्याएं
इसके साथ ही सीएम धामी ने मुनस्यारी में विभिन्न क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों एवं कार्यकर्ताओं से संवाद कर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से जनता को मिल रहे लाभ एवं स्थानीय स्तर पर कराए जा रहे विकास कार्यों को लेकर चर्चा की. सीएम धामी ने आगे कहा कि पर्यटन, साहसिक खेलों एवं औषधीय पादपों के दृष्टिगत मुनस्यारी एक उपयुक्त स्थल है, जिसके सर्वांगीण विकास को लेकर प्रदेश सरकार एक विस्तृत कार्य योजना तैयार कर रही है.