देहरादून: शिक्षा विभाग में गंभीर बीमार और विद्या समीक्षा केंद्र में अटैच शिक्षकों को छोड़कर सभी का अटैचमेंट खत्म कर दिया गया है। शिक्षा महानिदेशक झरना कमठान ने इस संबंध में निर्देश जारी किया है। बताया गया है कि इस तरह के शिक्षकों की संख्या करीब 900 है। मीडिया ने 23 सितंबर 2024 को शिक्षकों की मनचाही तैनाती के लिए प्रदेश में चल रहा संबद्धता का खेल खबर प्रकाशित की थी। इस पर विभागीय मंत्री डाॅ.धन सिंह रावत ने ऐसे शिक्षकों की रिपोर्ट तलब कर मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
शिक्षा महानिदेशक ने जारी निर्देश में कहा कि संज्ञान में आया है कि कई शिक्षक और कर्मचारी अपने मूल विद्यालय को छोड़कर अन्य विद्यालयों एवं कार्यालयों में अटैच हैं। जिस पर शिक्षा मंत्री ने आठ फरवरी 2025 को हुई बैठक में इस तरह के सभी शिक्षकों का अटैचमेंट खत्म कर उन्हें मूल विद्यालय में भेजने के निर्देश दिए। मंत्री के निर्देश के बाद अब इस तरह के शिक्षकों, कर्मचारियों की संबद्धता खत्म की गई है। शिक्षा महानिदेशक ने कहा कि वह शिक्षक जो शासनादेश के अनुरूप अटैच हैं। उनका अटैचमेंट खत्म नहीं किया जाएगा।
इन शिक्षकों, कर्मचारियों को आवश्यकता वाले विद्यालयों एवं कार्यालयों में समायोजित किया जाएगा। इसके लिए निदेशालय के माध्यम से स्पष्ट प्रस्ताव महानिदेशालय को उपलब्ध कराया जाए। ताकि संबंधित प्रस्ताव पर शासन से अनुमोदन लिया जा सके। निर्देश में कहा गया है कि भविष्य में शासन के अनुमोदन के बाद ही आवश्यकता के अनुसार शिक्षकों को कार्ययोजित करने की कार्रवाई की जाएगी।
यहां तैनात होंगे शिक्षक
शिक्षा महानिदेशक ने निर्देश में यह भी कहा कि शिक्षा सत्र की समाप्ति तक कुछ मामलों में शिक्षकों को तैनात किया जाएगा। ऐसे विद्यालय जहां पर्याप्त छात्र संख्या होने के बावजूद विषय शिक्षक न हों। शिक्षकों के सेवानिवृत्त होने, तबादला, लंबे समय से शिक्षकों के छुट्टी पर होने व अन्य कारणों से शिक्षक विहीन होने की स्थिति में भी शिक्षकों को तैनात किया जाएगा।
शिक्षा विभाग में शिक्षकों की संबद्धता पर प्रमुखता से खबर प्रकाशित की गई थी। जिसके बाद शिक्षा मंत्री डा.धन सिंह रावत ने विभाग को इस तरह के शिक्षकों की रिपोर्ट तलब करने के निर्देश दिए थे। तब शिक्षा महानिदेशक झरना कमठान का कहना था कि उन्होंने सात सितंबर 2024 को कार्यभार संभाला। शिक्षकों की यह संबद्धता छह सितंबर या उससे पहले की है।
शासनादेश के अनुसार जो शिक्षक अटैच हैं, उन्हें छोड़कर अन्य का अटैचमेंट खत्म कर दिया गया है। निदेशक को निर्देश दिया गया है कि इस तरह के शिक्षकों को मूल विद्यालय के लिए कार्यमुक्त किया जाए। वहीं, आवश्यकता वाले विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती के लिए प्रस्ताव भेजा जाए।
–झरना कमठान, शिक्षा महानिदेशक