देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज शनिवार 12 मार्च को पूर्व सैनिकों के लिए बड़ी घोषणा की है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के मुताबिक 60 वर्ष से अधिक आयु के पूर्व सैनिकों और शहीदों के आश्रितों, जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा हो उनको सरकार फ्री में बदरीनाथ धाम की यात्रा कराएगी.
दरअसल, धामी सरकार ने बीते दिनों 22 हजार उपनल कर्मियों का नियमितीकरण करने के लिए ठोस नीति तैयार कराने का फैसला लिया था. उपनल कर्मी लंबे समय से नियमितीकरण करने की मांग कर रहे थे. सरकार के इस फैसले के लिए खुश उपनल कर्मियों ने आज सीएम धामी के लिए अभिनन्दन समारोह का आयोजन किया था, तभी सीएम धामी ने ये घोषणा की.
सीएम ने कहा कि आने वाले समय में राज्य सरकार पूर्व सैनिकों की वीरांगनाओं और बेटियों को ड्रोन दीदी योजना के जरिए ड्रोन संचालन का विशेष प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने का भी प्रयास करेगी. इस साल से 60 वर्ष से अधिक आयु के पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को निःशुल्क बदरीनाथ यात्रा भी करवाएंगे.
सीएम धामी ने कहा कि वो खुद भी एक फौजी के बेटे हैं. उन्होंने पूर्व सैनिकों एवं उनके परिवार की समस्याओं और चुनौतियों को नजदीक से देखा है. राज्य सरकार प्रदेश के सैनिकों, पूर्व सैनिकों एवं बलिदानियों के आश्रितों के कल्याण और उत्थान के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है.
इसके अलावा सीएम धामी ने बताया कि उपनल कर्मचारियों को मिलने वाला प्रोत्साहन भत्ता तीन महीने की जगह अब हर महीने दिया जा रहा है. सरकार 10 वर्ष से कम अनुभव वाले पूर्व सैनिकों को लगभग 5000 रुपए और 10 साल से अधिक अनुभव वाले पूर्व सैनिकों को लगभग 6000 हजार रुपए प्रति माह प्रोत्साहन भत्ते के रूप में भी दे रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने शहीदों के आश्रितों को मिलने वाली अनुग्रह राशि को 10 लाख रुपए से बढ़ाकर 50 लाख रुपए किया है. शहीद के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने और सरकारी नौकरी के लिए आवेदन करने की अवधि को बढ़ाकर 5 साल कर दिया गया है.
हाल ही में परमवीर चक्र विजेताओं को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि को बढ़ाते हुए 50 लाख रुपए से बढ़ाकर डेढ़ करोड़ रुपए किया गया है. प्रदेश के शहीदों की स्मृति में राजधानी देहरादून के गुनियाल गांव में भव्य सैन्य धाम का निर्माण किया जा रहा है.