आजमगढ़: यूपी के आजमगढ़ जिले एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दरअसल जिस पत्नी की हत्या के आरोप में पति 13 महीने तक जेल में बंद रहा, वह पत्नी अब जिंदा हालत में मिली है। जेल से जमानत पर छूटने के बाद पति ने स्वयं पत्नी को खोज निकाला। अब पत्नी के ऊपर झूठी रिपोर्ट लिखाने का मुकदमा दर्ज कर पुलिस जांच पड़ताल कर रही है। जीयनपुर कोतवाली अंतर्गत मसोना सुखपुर गांव के रहने वाले दीपू की शादी वर्ष 2019 में मऊ जनपद के घोसी थाना अंतर्गत छोटी डांड़ी गांव की रहने वाली रुचि के साथ हुई थी। बताया जा रहा है कि शादी होने के बाद पति पत्नी में किसी बात को लेकर अनबन हो गई। शादी के बाद अपने पति को छोड़कर पत्नी अपने मामा के घर चली गई। काफी दिन तक रुचि अपने मामा के घर रही इस दौरान दोनों पक्षों के बीच पंचायत जुटाई गई। पंचायत में फैसला लिया गया कि रुचि अपने ससुराल में ही रहेगी। उसके बाद दोनों पक्षों में समझौता हो जाने के बाद रुचि की विदाई करा दी गई।
रची गई साजिश
बताया जा रहा है कि पंचायत के बाद दोबारा जो रूचि अपने ससुराल में आई तो एक सप्ताह तक ससुराल में रहने के बाद वह संदिग्ध हाल में ससुराल से लापता हो गई। दीपू और उसके घर वाले उसकी काफी खोजबीन किये लेकिन उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। इधर बेटी के गायब होने की सूचना जब उसके मां-बाप को मिली तो रुचि की मां ने जीयनपुर कोतवाली में दीपू उसके पिता तथा दीपू के भाभी के खिलाफ दहेज प्रताड़ना और हत्या का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करा दिया। दीपू की सास के द्वारा मुकदमा दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस ने दीपू को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया।
पत्नी समेत 4 लोगों पर केस दर्ज
पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने कहा है कि युवक द्वारा थाना जीयनपुर में एप्लीकेशन दे दिया गया है। पत्नी रूचि सहित चार लोगों के खिलाफ थाना जीयनपुर में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आगे की वैधानिक कार्रवाई की जा रही है तथा जो इसमें दोषी पाया जाएगा उसके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
बिना किसा जुल्म के जेल में बंद रहा- पीड़ित
वही पीड़ित दीपू ने बताया कि किसी तरह से 13 महीने सलाखों के पीछे हूं। उसके बाद जमानत कराने के बाद अपनी पत्नी का खोजबीन शुरू किया तो पत्नी रुचि भिंड जिले में मैं मिली थाना जीयनपुर में पत्नी रुचि व उसकी माता मामा सहित उसकी बहन के खिलाफ तहरीर दे दी गई है।
पुलिस पर भी उठाए सवाल
वही पीड़ित की भाभी विनीता ने पुलिस पर ही सवाल खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा है कि उन्हें 3 दिन तक थाने में बैठाया गया बार-बार यह कहने पर भी हम लोग निर्दोष हैं। हमारी बात नहीं मानी जा रही थी देवर के जेल में रहते घर की दयनीय स्थिति हो गई। जिसको लेकर जमीन तक बेचना पड़ा अब जेल से आकर के गन्ने का ठेला चलाकर जीवन यापन करते हैं।